ABC NEWS: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी की राजनीति में एक और नए दल की एंट्री हुई है. उत्तर प्रदेश के तेज तर्रार और तेजी से एक्शन लेने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाने वाले पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया है. उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने के उद्देश्य से उन्होंने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया है जिसे जल्द ही रजिस्ट्रेशन भी कराएंगे. सुलखान सिंह 2017 में यूपी के DGP थे. सुलखान सिंह ने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाई है. पार्टी ने बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग उठाई है.
सुलखान सिंह ने अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने की मांग के साथ की. उन्होंने यूपी और एमपी के 15 जिलों को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग की है. इसमें यूपी के 7 जिलों झांसी, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, ललितपुर, जालौन, महोबा को रखा गया है. जबकि मध्य प्रदेश के 8 जिलों दमोह, पन्ना, सागर, छतरपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर को बुंदेलखंड में शामिल करने की मांग की गई है.
कौन हैं सुलखान सिंह?
सुलखान यूपी के ही बांदा के रहने वाले हैं. उनका जन्म 8 सितंबर 1957 को हुआ था. सुलखान की शुरुआती शिक्षा बजरंग इंटर कॉलेज में हुई है. उन्होंने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की है. सुलखान ने लॉ भी किया है. सुलखान सिंह यूपी कैडर 1980 बैच के आईपीएस अफसर हैं.
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सात और मध्य प्रदेश के आठ जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य बुंदेलखंड की मांग है। उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि बुंदेलखंड राज्य में 15 जिले होंगे। सुलखान सिंह ने कहा कि वह अकेले ही बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनकर बुंदेलखंड के अलग राज्य को बनाने को लेकर अलख जगायेंगे। राजनीतिक दलों पर आरोप लगाते हुए कहा महत्वाकांक्षा छोटे राज्य बनने से रोक रही हैं।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारियों की हनक की वजह से बड़े-बड़े आंदोलन फीके पड़ जाते हैं फिर पिछड़े बुंदेलखंड के लोग किसी आंदोलन को लंबे समय तक चलने में कैसे समर्थ हो सकते हैं? डीजीपी ने कहा कि दोनों राज्य के 15 जनपदों में बंटे बुंदेलखंड क्षेत्र को गांव-गांव जाकर जनसंपर्क अभियान चलाने के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य को लेकर यहां के निवासियों में जागरूकता और जन भावना विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने इस दौरान लोगों से अपील भी की.
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और रिटायर्ड आईपीएस अफसर सुलखान सिंह ने पिछले दिनों एक फेसबुक पोस्ट की थी. इसके बाद हंगामा मच गया था. सुलखान ने भारतीय जनता पार्टी को क्षत्रियों से नफरत करने वाली पार्टी बताया था. साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) व्यवस्था पर भी सवाल उठाए थे.