ABC News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक सारस पूरी लाइमलाइट बटोरे है. सारस को लेकर वन विभाग की तत्परता ऐसी है कि हर कोई हैरान है. अमेठी से होता हुआ यह सारस अब कानपुर चिड़ियाघर आ गया है. कानपुर चिड़ियाघर में सारस के आते ही सपा मुखिया और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है. अखिलेश यादव ने कहा कि सारस को तो कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया, क्या गोलू को भी गोरखपुर चिडियाघर भेजेंगे.
सारस को तो कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया… क्या गोलू को भी गोरखपुर चिड़ियाघर भेजेंगे? pic.twitter.com/B88WOaWqNw
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 25, 2023
बता दें कि अमेठी का यह सारस तब चर्चा में आया था, जब यहां के निवासी आरिफ के साथ इसकी दोस्ती का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सारस और आरिफ की दोस्ती को देखने पहुंचे थे. इसके बाद वन विभाग ने सारस को पकड़कर वहां समसपुर पक्षी विहार में बंद कर दिया लेकिन चंद घंटो बाद वहां से यह सारस उड़ गया था. इसके बाद बी सैंया गांव में मिला था. इसके बाद जब फिर वीडियो वायरल हुआ तो फिर वन विभाग की टीम वहां पहुंच गई. इसको लेकर यूपी की राजनीति में यह सारस काफी प्रचलित हो गया है. खासतौर पर सपा मुखिया अखिलेश यादव यूपी सरकार की इस कार्रवाई को लेकर काफी नाराज हैं और लगातार हमलावर रूख दिखा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सारस को पहले लखनऊ जू शिफ्ट करने पर विचार हुआ लेकिन सियासत का रूख देखकर बाद में इस कानपुर में चिडियाघर भेजने पर फैसला हुआ. लखनऊ चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डॉ. ब्रिजेंद्र, रेंजर रूपेश सहित करीब चार लोगों की टीम एक जाल नुमा वाहन में उसे शनिवार की दोपहर कानपुर चिड़ियाघर लेकर आए. यहां जू टीम ने उसे 15 दिन के लिए क्वारंटीन करते हुए बाड़े में शिफ्ट कर दिया. सारस को खाने के लिए साफ्ट मीट और मछली दी जा रही है. उसकी निगरानी के लिए जू प्रशासन ने एक कीपर भी नियुक्त कर दिया है. जो बाड़े के पास रहकर सारस की निगरानी करेगा और उसे भोजन देने के साथ उसका ख्याल रखेगा. सारस को नया नाम देने पर भी विचार चल रहा है. पशु चिकित्सक डॉ. अनुराग सिंह ने बताया कि सारस का अभी स्थान बदला है. ऐसे में उसे 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है. खाने में उसे मटन चिकन और मछली दी जा रही है.