ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों को आकर्षित करने के साथ ही सरकार ने अब उन उद्यमियों की सुध लेनी शुरू की है, जोकि वर्तमान में विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं. इसी क्रम में कानपुर में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने उद्यमियों के साथ बैठक कर जाना कि आखिर उनके सामने कहां-कहां दिक्कते आ रही हैं. इस बैठक में उद्यमियों ने अपर मुख्य सचिव के सामने कई बातें रखीं.
उद्यमियों ने ईवे बिल की समयसीमा से लेकर जीएसटी के सचल दलों के एक्शन को लेकर निराशा जताई. गारमेंट इंडस्ट्री के उद्यमियों ने दूसरे प्रदेशों में मिल रही सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अगर शासन ध्यान दे दे, तो कानपुर के उद्यमी काफी आगे जा सकते हैं. कुछ उद्यमियों ने जेम पोर्टल में आ रही समस्याओं का भी मुद्दा उठाया. इसमें ऐसे उद्यमी भी थे, जिन्होंने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में एमओयू भी साइन किए हुए हैं. उद्यमियों ने होजरी कारोबार से लेकर कानपुर में बन रही फ्लैटेड इंडस्ट्री को लेकर भी राहत की मांग की.
यहां पर लेदर, इंजीनियरिंग और होजरी उत्पादों के प्रदर्शन के लिए छमाही या फिर वार्षिक आधार पर एक्सपोर्ट प्रमोशन प्रदर्शनी लगाने और एक्सपो एग्जीबिशन सेंटर खोलने की मांग की गई. कानपुर को कैसे एक्सपोर्ट हब बनाया जा सकता है, इसको लेकर भी यहां पर उद्यमियों ने अपनी बातें कहीं. अपर मुख्य सचिव ने उद्यमियों को आश्वस्त किया है कि उनकी तरफ से जो समस्याएं रखी गई हैं, उनका निराकरण कराया जाएगा.