ABC News: मौसम में बदलाव के साथ कानपुर में भी प्रदूषण की चादर और घनी होने लगी है. रविवार को सुबह से आसमान में धुंध की वजह से कानपुर की आबोहवा बिगड़ी हुई नजर आयी. इसका सबसे ज्यादा असर अस्थमा के पेशेंट पर दिखना शुरू हो गया है. दिवाली के पहले ही तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण से हर कोई हैरान नजर आया.
रविवार को दोपहर करीब तीन बजे कानपुर में अलग-अलग जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स बिगड़ा हुआ नजर आया. वायु गुणवत्ता सूचकांक में इसे स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खराब बताया गया. प्रदूषण की सबसे ज्यादा खराब हालत आईआईटी कानपुर के पास देखी गई. यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 307 के स्तर पर पहुंच गया, जोकि सेहत के लिहाज से काफी खराब माना जाता है. इसी तरह पनकी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 212 के स्तर पर रहा, नेहरूनगर में यही आंकड़ा 177, एनएसआई में 159, अशोकनगर में 168 के आसपास रहा, इसकी वजह से अधिकतर लोग अपने घरों में रही.
सुबह मार्निंग वॉक पर निकले लोग भी प्रदूषण की वजह से परेशान देखे गए. आपको बता दें कि प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए प्रशासन पहले से ही सभी विभागों को गाइडलाइन जारी कर चुका है लेकिन कानपुर में धड़ल्ले से खुले में निर्माण कार्य जारी हैं. खासकर साउथ सिटी में मेट्रो से लेकर अपार्टमेंट तक के निर्माण कार्य में मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, रोक के बावजूद लोग कूड़े को जला रहे हैं. कानपुर के लोग भी अब प्रदूषण के इन हालातों पर चिंता जता रहे हैं.