ABC News: बिजली का बिल कम करने के नाम पर रिश्वत लेने वाले केस्को के जेई को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एंटी करप्शन विभाग की इस कार्रवाई से किदवईनगर के ब्लॉक सबस्टेशन में हड़कंप मच गया.
साकेत नगर निवासी सुधीर द्विवेदी ने बताया कि उनका प्रिंटिंग प्रेस है. उन्होंने बताया कि घर के पास ही उनका एक और मकान है जो बंद पड़ा है. एक अगस्त 2020 में उन्होंने आखिरी बिल यूनिट के आधार पर 291 रुपये दिया था. उसके बाद से घर पर आरडीएफ पर बिल आने लगा. उन्होंने किदवई नगर के ब्लाक स्थित सब स्टेशन पर अधिकारी से मीटर की रीडिंग आधार पर बिल भेजने का प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन उसके बाद फिर उनके घर अगस्त 2021 को 5353 रुपए का बिल आ गया सितंबर 2021 में केस्को कर्मचारी ने 5612 रुपए का बकाया बिल देकर कर्मचारी मीटर और बिजली के खंभे से केबिल काट कर ले गए. इसके बाद उन्होंने केस्को के अवर अभियंता को प्रार्थना पत्र देकर पीडी यानी परमानेंट डिस्कनेक्शन के लिए दिया. आरोप है कि कई चक्कर लगाने के बाद केस्को के अवर अभियंता ए के मिश्रा ने उनसे पूरा बिल खत्म करने करने के लिए 20 हजार की मांग की. घूस न देने पर 15 जून 2023 को लाल पर्ची डाक से भेजकर 55205 रुपये का भुगतान करने को कहा गया.इस पर सुधीर ने अवर अभियंता के खिलाफ एंटी करप्शन में शिकायत की. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक के कहने पर वह अवर अभियंता को 20 हजार रुपये देने को तैयार हुए. एडवांस रूप में पांच हजार रुपये लेकर शुक्रवार को पहुंचे थे. टीम ने उन नोटों पर केमिकल लगा रखा था. सब स्टेशन पर पहुंचने पर अवर अभियंता में अपने एक कर्मचारी के हाथों रुपये लिए और कर्मचारी ने जैसे ही सुधीर से रुपये लेकर उन्हें दिए. टीम ने उसे पकड़ लिया.