ABC NEWS: सपा संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सैफई पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. पीएम मोदी मंगलवार की सुबह मुलायम का अंतिम दर्शन करने पहुंचेंगे. इसके बाद दोपहर तीन बजे मेला ग्राउंड में मुलायम का अंतिम संस्कार होगा. यह मैदान मुलायम सिंह की कोठी से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है.
गुरुग्राम के मेंदाता अस्पताल में निधन के बाद सोमवार की शाम मुलायम का पार्थिव शरीर सैफई लाया गया. देर रात तक अपने नेता के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा रहा. सीएम योगी भी सैफई कोठी पर पहुंचे और मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की.
मुलायम के पार्थिव शरीर को कोठी के बाहरी कक्ष में लोगों के दर्शनार्थ रखा गया है. मंगलवार सुबह 10 बजे पार्थिव शरीर को नुमाइश पंडाल में दर्शनार्थ रखा जाएगा. वहां दूर-दूर से आए लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे. सैफई में भीड़ को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स लगा दी गई है.
एडीजी, आईजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर राजशेखर व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं. सैफई हवाई पट्टी से लेकर सैफई महोत्सव पंडाल तक को व्यवस्थाओं के लिए तैयार किया गया है. पैतृक आवास पर भी उनके पार्थिव शरीर को रखने व वीवीआईपी के दर्शन के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं. पीएम मोदी के आगमन को देखते हुए व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की जा रही हैं. माना जा रहा है कि देर रात या अलसुबह एसपीजी की टीम भी पहुंच जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था की कमान अपने हाथों में ले लेगी.
गुजरात में भी अपने संबोधन से पहले याद किया
इससे पहले भरूच में भी पीएम मोदी ने मुलायम सिंह यादव को याद किया. कुछ परियोजनाओं के उद्घाटन और लोकार्पण के बाद जब संबोधन शुरू किया तो सबसे पहले मुलायम सिंह को याद किया. पीएम ने कहा, ”आज सुबह जब यहां आ रहा था तो एक दुखद खबर भी मिली. मुलायम सिंह यादव जी का निधन हो गया है. उनका जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. मुलायम सिंह जी के साथ मेरा नाता बड़ा विशेष प्रकार का रहा है. हम दोनों जब मुख्यमंत्री के तौर पर मिला करता था तो हमारे बीच एक अपनत्व का भाव था.”
पीएम मोदी ने उनसे मिले आशीर्वाद को याद करते हुए कहा, ”2014 में भाजपा ने जब मुझे प्रधानमंत्री पद के लिए आशीर्वाद दिया तो मैंने विपक्ष में भी जो लोग थे, उनसे कुछ महानुभावों से बात की थी. मुझे याद है कि उस दिन मुलायम सिंह जी का वह आशीर्वाद मुझे मिला था. सलाह के कुछ शब्द, वह मेरी आज भी अमानत हैं. मुलायम सिंह जी की विशेषता रही कि 2013 में उन्होंने मुझे जो आशीर्वाद दिया था, उसमें कभी भी उतार-चढ़ाव नहीं आने दिया था.”
पीएम ने कहा, ”घोर राजनीतिक विरोधी बातों के बीच भी 2019 के लोकसभा के आखिरी सत्र था, संसद के अंदर मुलायम सिंह जैसे वरिष्ठ नेता ने खड़े होकर जो बात बताई थी वह देश के किसी राजनीतिक कार्यकर्ता के जीवन में बहुत बड़ा आशीर्वाद होता है. उन्होंने बिना लाग लपेट के कहा था- मोदी जी सबको साथ लेकर चलते हैं, इसलिए मुझे पक्का विश्वास है कि 2019 में फिर से चुनकर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. कितना बड़ा दिल होगा जो… मुझे जब तक जीवित रहे और जब भी मौका मिला उनका आशीर्वाद मिलता रहा. मैं गुजरात की इस धरती से मां नर्मदा के तट से उनको आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवार, उनके समर्थकों को दुख सहने की शक्ति दे.”