ABC NEWS: मेरे चाचा चरित्र का ठीक नहीं है. उन्हें कई बार अपने घर में आने के लिये मना किया, लेकिन वह कभी नहीं मानते थे। इस बात से आजिज होकर मैंने उन्हें गोली मार दी. बिल्हौर पुलिस ने अधेड़ को गोली मारने के आरोपी प्रताप उर्फ गुड्डू को अरेस्ट कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने यह बात कही. बिल्हौर पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया.
चाचा को हत्या के इरादे से कनपटी पर सटाकर मारी थी गोली
एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बिल्हौर गोलीकांड का आउटर पुलिस लाइन में खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह बिल्हौर के रसूलपुर गांव में प्रताप उर्फ गुड्डू ने अपने पारिवारिक चाचा ललौनी उर्फ सुनील सिंह के सिर में गोली मार दी थी. इसके बाद मौके से फरार हो गया था. घायल को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद एफआईआर दर्ज करके पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी. सर्विलांस की मदद से शनिवार को बिल्हौर थाने की पुलिस ने शनिवार सुबह 8:30 बजे लालपुर क्रासिंग के पास से पुलिस ने प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू को अरेस्ट कर लिया. जांच के बाद शातिर के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ.
15 अगस्त को जेल से रिहा हुआ था चाचा
चाचा ललौनी उर्फ सुनील सिंह भी आपराधिक प्रवृत्ति का है. कन्नौज के तिर्वा में बच्चे टिल्लू उर्फ चंद्रप्रकाश का अपहरण कर 8 अप्रैल 2000 में उसकी हत्या कर दी थी. इसके लिये 23 नवंबर 2009 को ललौनी उर्फ सुनील सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. बीती 15 अगस्त को ही वह जेल से रिहा होकर छूटा था. गोली लगने से घायल चाचा के खिलाफ अलग-अलग थानों में 7 से ज्यादा मुकदमें गंभीर धाराओं में दर्ज हैं.