ABC NEWS: आजादी का अमृत महोत्सव हर एक हिंदुस्तानी मना रहा है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कानपुर में हर्षोल्लास का माहौल है. आजादी की पूर्व संध्या के मौके पर शहर तिरंगे की रोशनी से मानों नहा उठा था. रात के अंधेरे में 3 रंगों ने ये अहसास कराया कि हम आजाद हैं. आजाद भारत अपने 75वें वर्ष पूरे कर चुका है.
हवेली जैसा जगमगा उठा कानपुर कोतवाली
कानपुर की सबसे एतिहासिक कानपुर कोतवाली को स्मार्ट सिटी बजट से फसाड लाइटिंग से सजाया गया है. तिरंगे के रंग में सजा कोतवाली थाना रात के अंधेरे में अपनी अद्भुत छटा बिखेर रहा था. जिसने भी देखा वो दंग रह गया. प्रदेश का पहला ऐसा थाना होगा, जिसे इतने बड़े पैमाने पर सजाया गया होगा.
गंगा की लहरों पर छाया तिरंगा
कानपुर गंगा बैराज पर लगी फसाड लाइटिंग का काम पूरा हो चुका है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगे के रंग में नहाए गंगा बैराज को देखने के लिए देर रात तक हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और सेल्फी क्लिक की। गंगा की लहरों पर छाया तिरंगे के रंगों का प्रतिबिंब अद्भुत छा बिखेर रहा था.
फूलबाग ने सुनाई कानपुर की दास्तां
कानपुर की एतिहासिक इमारतों में शुमार कानपुर का फूलबाग भवन में कानपुर स्मार्ट सिटी से 5 करोड़ रुपए खर्च कर फसाड लाइटिंग की गई है. आज इसका विधिवत शुभारंभ किया जाएगा. लाइटिंग और साउंड के जरिए कानपुर के गौरवशाली इतिहास को बताया जाएगा.
गंगा बैराज ने बिखेरी अद्भुत छटा
कानपुर विकास प्राधिकरण से लवकुश गंगा बैराज के ऊपर कराई गई लाइटिंग रात के अंधेरे में बेहद खास लग रही थीं. इसे देखने के लिए देर रात तक लोग गंगा बैराज पहुंचते रहे.
गंगा की लहरों पर आजादी का जश्न मनाया
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर लोगों ने गंगा की लहरों पर खड़ा होकर अपने आजाद होने का संदेश दिया. हाथ में तिरंगा लेकर जय हिंद का जयघोष रोमांच पैदा करने वाला था.
फहराया 100 फीट का तिरंगा
आजादी के जश्न को लोग अपने-अपने तरीके से सेलिब्रेट कर रहे हैं. सुखधाम सोसाइटी में लोगों ने पूरी सोसाइटी में 100 फीट लंबा तिरंगा फराहया.
लालइमली बंद, लेकिन की गई रोशन
कानपुर को मैनेचेस्टर ऑफ ईस्ट का दर्जा दिलाने वाली लालइमली भले ही बंद हो गई है. लेकिन अब इसको दीवारों को एतिहासिक लाइट से संवारा गया है. स्वतंत्रता संग्राम के मौके पर दीवारों पर की गई लाइटिंग.
शिवाला मंदिर
कानपुर के प्राचीनतम मंदिरों में से एक शिवाला मंदिर को भी तिरंगे के रंग में सजाया गया है. शिवाला मंदिर ने अंग्रेजों का राज भी देखा है और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को लड़ते और शहीद होते हुए भी.
फील्ड गन फैक्ट्री
सेनाओं को युद्धक गोला बारूद और दुश्मनों को मार गिराने वाले हथियार सप्लाई करने वाली फील्ड गन फैक्ट्री को भी सजाया गया है. फैक्ट्री के बाहर लगे विजयंता टैंक को सजाया गया है.