ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) वैसे यह कोई नई बात नहीं है कि पुलिस किसी संगीन वारदात की धाराओं को हल्काकर अपराधियों का साथ देती आयी है लेकिन जब किसी महिला से लूट उस स्थान पर हो जहाँ थोड़ी देर पहले उस शहर के पुलिस कमिश्नर एक कार्यक्रम में भाग लेने आये हो और उनके जाते ही घटना घटित हो जाए और उसकी लूट वाली घटना चोरी में दर्ज कर ली जाए.
जांच करने वाली एडीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा ने बताया कि उन्होंने मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंप दी थी. उसमें आगे क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं है. बता दें कि पुलिस कमिश्नर की मौजूदगी में झकरकटी बस अड्डे पर महिला से बदमाश ने मंगलसूत्र लूट लिया था.
चकेरी के शिवकटरा पानी की टंकी के नजदीक रहने वाले संजय वर्मा की पत्नी शिल्पी रक्षाबंधन के दिन उन्नाव के सफीपुर स्थित अपने मायके जाने के लिए पांच साल के बेटे के साथ झकरकटी बस अड्डे पहुंची थी. इस दौरान पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार बस अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे. तभी हरदोई जाने वाली बस में चढ़ रही शिल्पी के गले से किसी ने मंगलसूत्र छीन लिया. पहले पीड़िता की गुहार को अनसुना करने वाली पुलिस ने उच्चाधिकारियों के आदेश पर उसे तलाश लिया लेकिन रिपोर्ट दर्ज करने के दौरान धाराओं में खेल कर दिया.
पीड़िता और उसके पति का कहना था कि भीड़ के दौरान उसके गले से मंगलसूत्र पीछे से खींचा गया, लेकिन पुलिस ने मामले को चोरी की धाराओं में दर्ज कर दिया। इस मामले में भी पुलिस को लापरहवाही देखने को मिल रही है.