ABC NEWS: राजस्थान के जालौर में राहुल गांधी ने कहा कि हमारे लड़के क्रिकेट विश्व कप जीत जाते लेकिन पनौती ने हरवा दिया। दरअसल, जनसभा में कुछ लोग पनौती-पनौती चिल्लाने लगे। इस पर राहुल गांधी ने कहा- अच्छा भला वहां हमारे ल़ड़के विश्वकप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया। टीवी वाले ये नहीं कहेंगे। लेकिन जनता जानती है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी पहले कहते थे कि मैं ओबीसी हूं। हर भाषण में ओबीसी हूं। पिछड़ों का अपमान किया। मेरा अपमान किया। मैं पिछड़ा हूं। उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम के विश्वकप हारने के बाद ट्वीटर पर पनौती शब्द ट्रेंड करने लगा है।
राहुल की रैली में लोगों ने चिल्लाया ‘पनौती’
दरअसल, राहुल गांधी जनसभा में पीएम मोदी का जिक्र कर निशाना साध रहे थे. इसी दौरान जनसभा में कुछ लोग पनौती पनौती चिल्लाने लगे. इस पर राहुल ने कहा, अच्छा भला वहां हमारे लड़के वहां वर्ल्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया. टीवी वाले ये नहीं कहेंगे. लेकिन जनता जानती है. इसके बाद राहुल गांधी फिर पीएम मोदी का जिक्र कर निशाना साधने लगे.
कैसे अचानक चर्चा में आ गया ‘पनौती’ शब्द
बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम की विश्व कप में हार के बाद ट्विटर पर अचानक पनौती शब्द ट्रेंड करने लगा. जहां विपक्षी दलों ने इस शब्द को प्रधानमंत्री मोदी के स्टेडियम पहुंचने को लेकर इस्तेमाल किया तो सत्ता पक्ष के नेताओं और समर्थकों ने इसे लेकर विपक्ष पर ही पलटवार किया. विपक्ष का कहना है कि भारतीय टीम इसलिए वर्ल्ड कप हारी, क्योंकि पीएम मोदी खुद स्टेडियम में मैच देखने पहुंच गए.
भाजपा ने इंदिरा गांधी के जन्मदिन को बताया ‘पनौती’
इसके जवाब में बीजेपी समर्थक भी जवाब में प्रियंका गांधी का भाषण ढूंढ लाए, जिसमें उन्होंने विश्व कप क्रिकेट फाइनल को इंदिरा गांधी के बर्थडे से जोड़कर जीत की भविष्यवाणी की थी.
दरअसल प्रियंका गांधी ने बयान दिया था कि ‘जब 1983 में INDIA ने क्रिकेट विश्व कप जीता था, उस समय इंदिरा जी बहुत खुश थीं, उन्होंने पूरी टीम को चाय के लिए घर बुलाया था. आज इंदिरा जी का जन्मदिन है और हम फिर से विश्व कप जरूर जीतेंगे.’ लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम की हार के बाद भाजपा ने इस बयान को मुद्दा बनाते हुए कहा कि इंदिरा जी के जन्मदिन पनौती है, इसलिए हमारी टीम हारी.
राहुल गांधी ने फिर उठाया जातीय जनगणना का मुद्दा
इससे पहले उदयपुर के वल्लभनगर में राहुल गांधी ने प्रदेश में जातीय जनगणना कराने का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में हर वर्ग की भागीदारी के लिए देश में जातीय जनगणना की जरूरत है. पता चलना चाहिए कि कितना धन किस वर्ग के पास है। जातीय जनगणना देश का एक्सरे है. मैंने ये बात पार्लियामेंट में कहा तो मोदी जी का भाषण बदल गया. वो हर जगह कहते थे कि मैं ओबीसी हूं। मोदी जी कहते हैं कि हिंदुस्तान में एक ही जाति है, वो है गरीब। मैं कहता हूं कि दुसरी जात अमीरों की है.
मीडिया में केवल पीएम मोदी का चेहरा दिखता है
राहुल गांधी ने फिर कहा कि सरकार को भी 90 आईएसएस चलाते हैं. इन 90 में से हर वर्ग को भागीदीरी मिलनी चाहिए. 90 में से 3 अफसर पिछड़ी जाति के हैं। पिछड़ों की आबादी 50 फीसदी. जबकि अफसर सिर्फ 3। इन 3 का भी बजट पर कोई कंट्रोल नहीं। 90 अफसर तय करते हैं कि किस राज्य को कितना धन जाना चाहिए. अरबपति अडानी और आम आदमी दोनों समान जीएसटी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना में मोदी सरकार 35 हजार करोड़ उठाके 16 कंपनियों को दे देती है. इन कंपनियों से एक भी पेशा नहीं मिलता. इस बीच उन्होंने मीडिया पर भी बात करते हुए कहा कि मीडिया को मोदी और अडानी चलाते हैं। किसान और मजदूर टीवी पर नहीं दिखते, जबकि शाहरूख खान, ऐश्वर्या राय और क्रिकेट मैच दिख जाएगा. उत्तराखंड में मजदूर फंसे है, लेकिन मीडिया क्रिकेट की बात करती है. मीडिया में केवल पीएम मोदी का चेहरा दिखता है.