ABC News: भारत और चीन ने बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच बीजिंग में बुधवार (22 फरवरी) को बैठक की. दोनों देशों की सीमा मामलों को लेकर परामर्श एवं समन्वय प्रणाली की 26 वीं मीटिंग हुई. इसमें तय हुआ कि जल्द ही 18वीं सीनियर कमांडर्स की बैठक बुलाई जाएगी.
14 जुलाई 2019 के बाद पहली बार आमने-सामने की यह मुलाकात है. मीटिंग में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने भारतीय पक्ष की अगुवाई की. वहीं चीन की तरफ से सीमा एवं समुद्री मामलों के महानिदेशक ने की. इसमें चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे. दोनों देशों ने मीटिंग में एलएसी पर मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की. इस दौरान भारत और चीन ने एलएसी के विवादित क्षेत्र से सैनिकों की वापसी के प्रस्ताव पर बात की. मीटिंग का उद्देश्य शांति की बहाली रहा. बैठक में भारत औऱ चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बनाने को लेकर भी बात की गई.
डब्लयूएमसीसी क्या है?
डब्लयूएमसीसी की स्थापना 2012 में सीमा मामलों को लेकर बात करने के लिए हुई थी. साल 2019 के बाद पूर्वी लद्दाख की गलवान और अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में झड़प हुई थी. इस कारण इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.