ABC NEWS: नवाबों के शहर लखनऊ में लाखों रुपये खर्च कर कर मर्सिडीज कार खरीदने वाले ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन उसकी लग्जरी गाड़ी का ऐसा हश्र होगा कि उसे ट्रैक्टर से खींचने की नौबत आ जाएगी. दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियों में शुमार मर्सिडीज जरा सी बारिश के बाद ही बंद हो गई. पार्क रोड सिविल अस्पताल के पास ट्रैफिक पुलिस को मजबूरन मर्सिडीज गाड़ी को रास्ते से हटाने के लिए ट्रैक्टर बुलवाना पड़ा. ट्रैक्टर से बंद पड़ी मर्सिडीज गाड़ी का टोचन किया गया और इस तरह वो रास्ते से हटी. इतनी महंगी गाड़ी का ऐसा हश्र भी हो सकता है ये बात समझ से परे है.
जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी मर्सिडीज बेंज दावा करती है कि उनका गाड़ियां लग्जरी, कम्फर्ट, स्टाइल और टेकनोलॉजी के मामले में अव्वल है. कंपनी कहती है कि उनकी गाड़ियों में लेटेस्ट टेकनोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है और ये बेहद आरामदायक होने के साथ-साथ सुरक्षा मानकों की कसौटी पर भी खरी उतरती है. यही वजह है कि मर्सिडीज गाड़ियों की कीमत लगभग बराबर फीचर्स के साथ बाजार में उपलब्ध दूसरी गाड़ियों के मुकाबले ज्यादा होती है. क्लॉस और ब्रैंड को प्राथमिकता देने वाले लोग मर्सिडीज से चलना पसंद करते हैं लेकिन भारत में जरा सी बारिश ने मर्सिडीज को बेजान सा डब्बा बना दिया. फुल ऑटोमेटिक कार जरा सी बारिश के बाद बेकार हो गई.
गौरतलब है कि पिछले दिनों टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत भी मर्सिडीज कार एक्सिडेंट में हुई थी. साइरस मिस्त्री Mercedes Benz की GLC लग्जरी SUV में सफर कर रहे थे. कहा जाता है कि डिवाइडर से गाड़ी के टकराने के बाद तेज झटके की वजह से साइरस मिस्त्री को गहरी चोट लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में इस तर्क को माना जा सकता है कि उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई लेकिन इतनी महंगी कार का इस तरह बारिश में बंद हो जाना गाड़ी की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करता है.