ABC NEWS: मौसम अगस्त के महीने में दिनों-दिन करवट ले रहा है. मैदानी इलाकों में इस समय बारिश का इंतजार हो रहा है. हालांकि तेज हवाएं उमस और गरमी को कम कर रही हैं. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को छोड़ दें तो उत्तर भारत में अगस्त महीने में वर्षा सामान्य से कम दर्ज की गई है. आने वाले समय में भी ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है. फिलहाल मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार को पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में भारी बारिश हो सकती है.
महसूस होने लगा मौसम में बदलाव
बारिश की कमी की वजह से कुछ दिन पहले तक ही लोग उमस से जूझ रहे थे. हालांकि अब सुबह-शाम मौसम में बदलाव नजर आ रहा है. तेज हवाओं की वजह से उमस कम हो गई है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्थिति असामान्य है क्योंकि इस तरह का मौसम सितंबर के महीने में शुरू होता था. बताया जा रहा है कि अगस्त में मौसम के करवट लेने की वजह अल-नीनो वर्ष भी हो सकता है.
मौसम विभाग के मुताबिक असम, मेघालय, अंडमान-नीकोबार, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर में भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. स्काईमेट वेदर की मानें तो उत्तर प्रदेशष उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, बिहार, झारखंड, दक्षिणी गुजरात में भी अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है.
पूर्वी UP में बारिश पर ब्रेक
मौसम के जानकारों का कहना है कि अगले सप्ताह भी ज्यादा बारिश की संभावन नहीं है. वहीं उत्तर भारत में गरमी के दिन अब बीत चुके हैं और धीरे-धीरे मौसम में बदलाव नजर आएगा. पश्चिमी हवाओं की वजह से तापमान में कमी महसूस की जा रही है. इसके अलावा अब लू चलने जैसी कोई संभावना नहीं है.
जाने दिल्ली का हाल
दिल्ली में कई दिनों से झमाझम बारिश नहीं हुई है इस वजह से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं बारिश पर ब्रेक लगने से हवा की गुणवत्ता में भी कमी आ गई है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल दिल्ली-एनसीआर के आसपास कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है. ऐसे में आगे भी बारिश की संभावना नहीं है. ऐसे में गरमी का कहर देखने को मिल सकता है. सामान्य तौर पर अगस्त के महीने में 233.1 मिमी बारिस होती है जबकि इस बार 91.8 मिमी ही हुई है.