ABC NEWS: नामीबिया से आठ चीते आज मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंचे. भारत में इस जानवर के विलुप्त होने के 70 सालों के बाद चीते लाए गए हैं. बोइंग के एक विशेष विमान ने कल रात को अफ्रीकी देश से उड़ान भरी थी और वह लकड़ी के बने खास तरीके बॉक्स में चीतों को लेकर करीब 10 घंटे की यात्रा के बाद भारत पहुंचा. चीतों को लाने के लिए विमान में खास इंतजाम किए गए थे. एक अधिकारी ने बताया कि विमान सुबह आठ बजे से कुछ देर पहले ही ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतरा.
#WATCH | Madhya Pradesh: Earlier visuals of the 8 cheetahs from Namibia being brought out of the special chartered cargo flight that landed in Gwalior this morning.
Indian Air Force choppers,carrying the felines, are enroute Kuno National Park where they’ll be reintroduced today pic.twitter.com/R2UV36N8E1
— ANI (@ANI) September 17, 2022
पीएम मोदी नामीबिया से आए 8 चीतों में से 3 को मध्य प्रदेश के कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में बने क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ दिया है. इसके साथ ही 74 साल बाद भारत में चीतों की आवाज सुनाई देगी. इन चीतों को विशेष विमान के जरिए ग्वालियर एयरपोर्ट लाया गया था. यहां से चिनूक हेलिकॉप्टर से इन्हें कूनो नेशनल पार्क ले जाया गया. पीएम मोदी स्व-सहायता समूह सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे. जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी लगभग आधा घंटे तक कूनो नेशनल पार्क में रुकेंगे.
ग्वालियर एय़रपोर्ट पर सीएम शिवराज ने किया पीएम मोदी को रिसीव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान जब ग्वालियर एयरपोर्ट पर उतरा तो उनके स्वागत के लिए मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मौजूद थे.
खत्म हुआ 70 सालों का लंबा इंतजार
भारत में साल 1952 से विलुप्त घोषित चीता साल 2022 में फिर से भारतीय सरजमीं पर कदम रखने जा रहा है. इसके पहले चीता पुनस्र्थापना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के साथ अंतर्राष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई. प्रदेश के लिये गौरव की बात है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता को फिर से बसाने के लिए किए गये संभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण में देश में चयनित 10 स्थान में से प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान को सर्वाधिक उपयुक्त पाया.