ABC News: पंजाब में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे सीएम भगवंत मान बाल बाल बच गए. जालंधर में सीएम की नाव बीच धार में अचानक हिचकोले लेने लगी और पलटते-पलटते बची. यह नजारा देखकर किनारे पर खड़े लोगों में भी हड़कंप मच गया. हालांकि, मोटर बोट के ड्राइवर ने उस पर नियंत्रण पा लिया. उनके साथ राज्यसभा सदस्य संत बलवीर सिंह सीचेवाल भी थे.
#पंजाब के मुख्यमंत्री #BhagwantMann #जालंधर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरान करने पहुंचे थे. बीच धार में नाव अचानक हिचकोले लेने लगी और पलटते-पलटते बची. यह नजारा देखकर किनारे पर खड़े लोगों में भी हड़कंप मच गया. हालांकि, मोटर बोट के ड्राइवर ने उस पर नियंत्रण पा लिया.… pic.twitter.com/5uJ3mjYjhi
— Abcnews.media (@abcnewsmedia) July 15, 2023
बताया जा रहा है कि मोटर बोट में जरूरत से ज्यादा लोग सवार हो गए थे. जिस वजह से पानी में कुछ दूर चलते ही बोट ने काला धुंआ छोड़ना शुरू कर दिया था. तभी मोटर मोटर बोट हिचकोले खाने लग गई. गनीमत यह रही कि पलटने से बच गए. ये सब दूर से देख रहे प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. बड़ी मुश्किल से मोटर बोट का ड्राइवर उसे दूसरी तरफ ले जाने में सफल रहा. जब जाकर मौके पर मौजूद नेताओं और अधिकारियों ने राहत की सांस ली. बतााय जा रहा है कि सीएम मान जब बोट में सवार हुए तो उसमें क्षमता से ज्यादा लोग सवार हो गए. लेकिन किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया. आमतौर पर जब भी सीएम या किसी बड़े नेता को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लेना होता है तो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मोटर बोट की पहले से अच्छी तरह चेकिंग की जाती है और देखा जाता है कि उसमें कितने लोगों को ले जाया जा सकता है. लेकिन इसके बावजूद सीएम के साथ इतने ज्यादा लोगों को बोट में चढ़ने से क्यों नहीं रोका गया. इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे है.