ABC NEWS: पश्चिम बंगाल में हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़नी वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) पर पथराव किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रेन जैसे ही मालदा स्टेशन पर पहुंची, अराजक तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस घटना में ट्रेन के शीशे टूट गए हैं. घटना पर संज्ञान लेते हुए भारतीय रेलवे ने आज मंगलवार सुबह आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया. बताया गया कि रेलवे एक्ट की धारा 154 के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पत्थरबाजी में रेल का प्रमुख शीशा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है. हालांकि घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
West Bengal | Stones pelted at Vande Bharat Express connecting Howrah to New Jalpaiguri, 4 days after its launch. The incident took place near Malda station. pic.twitter.com/Nm3XOmffpR
— ANI (@ANI) January 3, 2023
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले शुक्रवार को हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़नी वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था. उद्घाटन समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अलावा प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उपस्थित रहीं. हालांकि उनके आगमन पर भाजपा समर्थकों द्वारा जय श्री राम के नारे लगाने से वो खासी नाराज हो गईं. मगर रेल मंत्री ने इसका बचाव करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने भावनाओं में बहकर ये नारे लगा दिए थे.
उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया. हमें खुशी है कि वह आईं. ऐसा कुछ भी नहीं हुआ जिससे वह नाराज हो सकें. कुछ लोगों ने हावड़ा में अपनी भावना से नारे लगाए. इसमें नाराज होने की कोई बात नहीं है. कुछ भाजपा समर्थकों द्वारा जय श्री राम के नारे लगाए जाने के बाद बनर्जी चिढ़ गईं और विरोध में उन्होंने मंच पर आने से इनकार कर दिया और इसके बजाय, मंच के बगल में एक कुर्सी पर बैठकर पूरे कार्यक्रम में शामिल हुईं.
हालांकि, बर्धमान-दुगार्पुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के लोकसभा सांसद, एस.एस. अहलूवालिया का उनको समर्थन मिला. उन्होंने कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम था. बेहतर होता कि वहां ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया जाता. इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ने वास्तव में उनके साथ मंच साझा करने से बचने के बहाने उन नारों का इस्तेमाल किया. अधिकारी ने कहा कि यह उनकी हताशा का परिणाम है क्योंकि वह 2021 के विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम में अपनी हार के कड़वे सच को नहीं समझ पा रही हैं.