ABC News: महाराष्ट्र में शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे अपने-अपने धड़े को असली शिवसेना बता रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे और बीजेपी को खुली चुनौती दी है. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘असली शिवसेना की दशहरा रैली तो शिवाजी पार्क में ही होगी. चाहे इसकी इजाजत मिले या न मिले.’ ठाकरे ने कहा कि जिसे जो कहना है कह ले… इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.’
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की सत्ता से बेदखल जरूर हो गए हैं, लेकिन शिवसेना पर वे अपनी पकड़ कमजोर करना नहीं चाहते. इसी वजह से वह दशहरा के मौके पर शिवाजी पार्क में रैली करना चाहते हैं. ये शिवसेना की परंपरागत रैली है जो हर साल दशहरा पर होती है. इस रैली में यहां से शिवसेना पूरे देश के शिवसैनिकों को संबोधित करती है. इस बार फर्क ये आ गया है कि सीएम एकनाथ शिंदे भी शिवाजी पार्क में ही दशहरा रैली करना चाहते हैं. वे शिवसेना को अपनी पार्टी मानते हैं, ऐसे में वहां पर रैली करके पार्टी पर अपनी दावेदारी को और मजबूत करना चाहते हैं. इस बीच उद्धव ठाकरे ने शिंदे को दो टूक जवाब दे दिया है. उन्होंने साफ कर दिया है कि हर कीमत पर उनकी शिवसेना की रैली शिवाजी पार्क में होने वाली है. ठाकरे ने कहा, ‘असली शिवसेना की यानी हमारी दशहरा रैली मुंबई के शिवाजी पार्क में होगी. राज्यभर से शिवसैनिक इस रैली में इकट्ठा होंगे. सरकार इसकी अनुमति देगी या नहीं. कौन रैली कर रहा है या नहीं… हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.’ वहीं, पार्टी में हुई बगावत पर भी उद्धव ठाकरे ने तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने जोर देकर कहा कि शिवसेना गद्दारों से नहीं शिवसैनिकों के खून से बनी है. ये कोई चीज नहीं है, जिसे कोई भी अपनी जेब में डाल ले. शिवसेना को 56 साल पूरे होने जा रहे हैं, ऐसे कई छप्पन आए और चले गए. हमें कोई फर्क नहीं पड़ा. ठाकरे से जब गुलाम नबी आजाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कोई भी खुशी-खुशी में पार्टी नहीं छोड़ता है. जो लोग गद्दारी कर गए, उन्हें भी मालूम नहीं उन्होंने पार्टी क्यों छोड़ी?