ABC News: राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच पलटवार तेज हो गया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बीच ट्विटर पर जंग छिड़ गई है. रमेश ने ज्योतिरादित्य की आलोचना करते हुए सिंधिया परिवार पर देश के साथ गद्दारी करने का आरोप लगाया है. इसके लिए रमेश ने विनायक दामोदर सावरकर की एक किताब तक का जिक्र किया और ज्योतिरादित्य को इतिहास पढ़ने की नसीहत दे डाली.
कविताएँ कम और इतिहास ज़्यादा पढ़ें।
“Thus they (Marathas) had practically inherited the Delhi Empire.The Marathas remained to challenge British supremacy.But the Maratha power went to pieces after the death of Mahadji Scindia”
– Nehru in his book ‘Glimpses of World History’
1/3 https://t.co/AI2J8kr13H— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 5, 2023
रमेश ने अपने एक ट्वीट में कहा, ”इतिहास की कोई किताब उठा लीजिये. 1857 में रानी झांसी के साथ गद्दारी के मुद्दे पर सभी इतिहासकार एकमत हैं. आपके नए भगवान सावरकर ने भी अपनी किताब ‘1857 का स्वातंत्र्य समर’ में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और अन्य लोगों के साथ सिंधिया की गद्दारी का जिक्र किया है. इतिहास आप पढ़िये.” पलटवार में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जयराम रमेश को स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे के वंशज की लिखी किताब पढ़ने को कहा. सिंधिया ने ट्वीट में लिखा, ”कभी 1857 के वीर शहीद तात्या टोपे के वंशज पराग टोपे की खुद की लिखी किताब ‘Operation Red Lotus’ पढ़िए, ज्ञात हो जाएगा कि किस प्रकार हम मराठे- सिंधिया, पेशवा और झांसी के नेवालकर अंग्रेजों के विरुद्ध एक साथ थे. मराठा आज भी एक हैं. कृपया यह “विभाजनकारी” राजनीति बंद करें.” दोनों नेताओं के बीच ट्विटर पर यह जंग रमेश के एक ट्वीट से शुरू हुई, जिसमें कविता की कुछ पंक्तियों के जरिये उन्होंने सिंधिया पर निशाना साधा. जिसके पलटवार में सिंधिया ने रमेश को नसीहत दी कि कविताएं कम और इतिहास ज्यादा पढ़ें.
कभी 1857 के वीर शहीद तात्या टोपे के वंशज पराग टोपे की ख़ुद की लिखी किताब ‘Operation Red Lotus’ पढ़िए; ज्ञात हो जाएगा कि किस प्रकार हम मराठे – सिंधिया, पेशवा और झाँसी के नेवालकर अंग्रेजों के विरुद्ध एक साथ थे।
मराठा आज भी एक हैं। कृपया यह “विभाजनकारी” राजनीति बंद करें। https://t.co/fzB84soMLv
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 6, 2023
रमेश ने ट्वीट किया, क्या वह (ज्योतिरादित्य सिंधिया) झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता भूल गए हैं? अंग्रेजों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी, बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी.” इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की किताब ग्लिप्सेज ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री का जिक्र करते हुए जवाब दिया, ”कविताएं कम और इतिहास ज्यादा पढ़ें. इस प्रकार उन्होंने (मराठों ने) दिल्ली साम्राज्य को जीता. मराठा ब्रिटिश वर्चस्व को चुनौती देने के लिए बने रहे, लेकिन मराठा शक्ति ग्वालियर के महादजी सिंधिया की मृत्यु के बाद टुकड़े-टुकड़े हो गई.” बता दें कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए सिंधिया पर निशाना साधा गया, जिसे जयराम रमेश ने भी शेयर किया. रमेश ने तंज कसते हुए लिखा, ”मामा जी गलती से सच बोल गए.” वीडियो क्लिप में शिवराज सिंह चौहान कहते दिख रहे हैं, ”सिंधिया परिवार की गद्दारी के कारण 1857 का स्वतंत्रता संग्राम सफल नहीं हुआ.” ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार (5 अप्रैल) को राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए अपने बयान में कहा, ”विपक्ष की पार्टी के नेता एक समुदाय के विरुद्ध ऐसे टिप्पणी करें कि पूर्ण समुदाय चोर है. उस समुदाय को अपमानित करें, हमारे पिछड़े वर्ग को कलंकित करें और उसके बाद ऐसे वक्तव्य दिए जाएं. मैं मानता हूं कि जिस कांग्रेस पार्टी ने पिछड़े वर्ग को कलंकित और अपमानित करने का काम किया है, जिस कांग्रेस पार्टी ने हमारे सैनिकों की वीरता पर प्रमाण मांगा है, जिस कांग्रेस पार्टी ने ये वक्तव्य दिया है कि हमारे सीमावर्ती इलाके पर चीन के द्वारा हमारे सैनिकों की पिटाई हुई है. ऐसी कांग्रेस पार्टी की कोई विचारधारा नहीं बची है. ऐसी कांग्रेस पार्टी की केवल एक विचारधारा बची है और वो विचारधारा है एक देशद्रोही की विचारधारा और देश के विरुद्ध कार्य करने की विचारधारा.” इस बयान के बाद सिंधिया कांग्रेस नेताओं के निशाने पर आ गए.