ABC News: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शनिवार दोपहर एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुलाकात की. दोनों के बीच करीब आधे घंटे हुई बातचीत में कई पहलुओं पर मंथन होने की बात कही जा रही है.रामचरितमानस को लेकर उठे विवाद के बाद दोनों के बीच यह पहली मुलाकात है.
अखिलेश यादव से मिलने के बाद बाहर निकले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जल्द ही पार्टी जाति जनगणना की मांग को लेकर अभियान चलाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा. मुख्यमंत्री की ओर से सनातन धर्म के संबंध में दिए गए बयान के सवाल को स्वामी प्रसाद टाल गए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री का जवाब नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव खुद विधानसभा में देंगे. ने दोहराया कि दलितों पिछड़ों के संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई निरंतर लड़ते रहेंगे.
देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया। एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा।
सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये।
कहावत सही है कि
मुंह में राम बगल में छुरी।
धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी।— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 28, 2023
हालांकि, इसके पहले उन्होंने एक बार फिर ऐसा ट्वीट किया, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा.
सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये. कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी. धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी