ABC NEWS: गोरखपुर से देहरादून के बीच चलने वाली 15005 राप्तीगंगा एक्सप्रेस में तीन सांसदों के नाम से बुक सीटें बेचे जाने पर रेलवे में हड़कंप मच गया. रेलवे की विजिलेंस टीम ने सांसदों की सीट पर सवार बिना टिकट यात्रियों से किराया और 10320 रुपेय जुर्माना वसूला. सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारियों ने गोरखपुर में तैनात आरोपी टीटीई प्रशांत श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया. घटना की जांच पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल वाणिज्य प्रबंधक (डीसीएम) को सौंपी गई है.
राप्तीगंगा गोरखपुर से रात 09:15 बजे चलती है और लखनऊ 02:45 बजे पहुंचती है. शुक्रवार रात इस ट्रेन में सलेमपुर के सांसद प्रवीण कुशवाहा, संतकबीर नगर के प्रवीण निषाद, कुशीनगर के विजय कुमार दुबे, बांसगांव के कमलेश पासवान के नाम पर ए-1 कोच में 12 सीटें बुक कराई गई थी. सभी को गोरखपुर से हरिद्वार के लिए जाना था. इसमें सिर्फ सांसद कमलेश पासवान ही सफर कर रहे थे. बाकी सांसद नहीं आए। ए-1 कोच की जिम्मेदारी गोरखपुर में तैनात टीटीई प्रशांत श्रीवास्तव की थी, इनकी ड्यूटी सिर्फ लखनऊ तक ही थी.
लखनऊ में उतर गया टीटीई, विजिलेंस ने मारा छापा
सांसदों के नाम से बुक सीटों पर लखनऊ से बोर्डिंग दर्ज थी. रेलवे की विजिलेंस टीम पहले से ट्रेन की निगरानी कर रही थी. लखनऊ में ए-1 कोच की जांच के दौरान पता चला कि जिन सांसदों के नाम पर सीटें आरक्षित थी, उन पर बिना टिकट यात्री सवार थे. उनके पास न तो टिकट, न ही जुर्माने की रसीद. विजिलेंस टीम के साथ चल रहे कोच कंडक्टर विनीत कुमार ने यात्रियों से टिकट मांगा तो सभी घबरा गए। तब तक ट्रेन रामपुर पहुंच चुकी थी. रामपुर में बिना टिकट यात्रियों से किराया और 10320 रुपये जुर्माना वसूला गया. विजिलेंस ने सूचना उच्चाधिकारियों को दी. तत्काल आरोपी टीटीई प्रशांत कुमार को निलंबित कर दिया गया तथा डीसीएम को जांच के आदेश दिए गए.
रामपुर ट्रेन पहुंचने पर वसूला 10320 रुपये जुर्माना
टीटीई प्रशांत श्रीवास्तव की ड्यूटी लखनऊ तक लगाई गई थी. सांसद के नाम से बुक सीटों पर लखनऊ से बोर्डिंग दर्ज की गई थी. रेलवे बोर्ड की टीम ट्रेन के कोच की रात से ही निगरानी कर रही थी। लखनऊ में जांच के दौरान पता चला कि जिन सांसदों के नाम पर आरक्षित सीटें थीं, उनपर बिना टिकट यात्री सवार हैं. उनके पास ना तो कोई टिकट था और ना ही जुर्माने की स्लीप. ट्रेन कंडक्टर विनीत कुमार ने संबंधित यात्रियों का ब्योरा मांगा तो यात्री घबरा गए. रामपुर में पहुंचने के बाद यात्रियों से किराया और 10320 रुपये वसूल किए गए.