ABC NEWS:यूपी के बाराबंकी में सोमवार तड़के करीब तीन बजे तीन मंजिला इमारत गिर गई. इसके मलबे के नीचे कम से कम 15 लोग दबे थे जिनमें से दो की मौत हो गई. हादसे की सूचना मिलते ही राहत टीम के साथ जिले के आला अफसर मौके पर पहुंच गए.
एनडीएआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने कई लोगों को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है. आठ लोगों को घायलावस्था में जिला अस्पताल भेजा गया था जहां से डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया. इमारत क्यों और कैसे गिर गई इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है.
बताया जा रहा है कि अब तक 10 लोगों को मलबे के नीचे से रेस्क्यू कर लिया गया है. मलबे में अब भी कुछ लोगों के फंसे होने की आंशका है. एनडीआरएफ की टीम उनकी तलाश में जुटी है. हादसा बाराबंकी के फतेहपुर कस्बे में नगर पंचायत कार्यालय के सामने मोहल्ला काजीपुर वार्ड दो में हुआ. बताया जा रहा है कि यह हाशिम नाम के शख्स का मकान था. तड़के करीब तीन बजे अचानक मकान पूरी तरह से ढह गया. इससे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। हादसे की सूचना मिलते ही तमाम अधिकारी फोर्स और एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. वहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
मिली जानकारी के अनुसार रेस्क्यू ऑपरेशन के दो घंटों में मलबे के नीचे दबे कई लोगों को बाहर निकाला गया. इन्हें जिला अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया. मरने वालों में हाशिम की 22 वर्षीय बेटी रोशनी, इस्लामुद्दीन का 25 वर्षीय का बेटा हकीमुद्दीन शामिल है. इस्लामुद्दीन, हाशिम के पड़ोसी हैं जिनका परिवार घर के बाहर सो रहा था. इमारत ढहने के वक्त ये लोग भी मलबे की चपेट में आ गए. घायलों में हाशिन की पत्नी शकीला (55), पुत्री जैनब (10) , महक (12), पुत्र समीर (18), सलमान (25), सुलतान (28), जफरुल हसन (35) पुत्र इस्लामुद्दीन और उसकी मां उम्मे कुलसुम (60) शामिल हैं.
पुलिस ने क्या कहा
बाराबंकी के एसपी दिनेश सिंह ने बताया कि हादसा भोर में करीब तीन बजे हुआ. सूचना मिलते ही रेस्क्यू शुरू कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम भी तुरंत पहुंच गई. 12 लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया था. उनमें से दो की मृत्यु हो गई. गंभीर रूप से घायल अन्य लोगों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर भेजा गया है.