ABC News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी ने पूरी तरह से कमर कस ली है. इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ऐसा बयान दिया है जो यूपी की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में पहुंचे अखिलेश यादव ने एक बड़ा एलान कर दिया है. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ रहे अमेठी क्षेत्र से अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार उतारने के संकेत दे दिए हैं. हालांकि इससे पहले सपा अभी तक अमेठी लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी उतारने से परहेज करती रही है, लेकिन इस बार अखिलेश के इस बयान से चर्चा तेज है कि अमेठी से सपा भी उम्मीदवार उतार सकती है.
अमेठी में ग़रीब महिलाओं की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी हुआ। यहाँ हमेशा वीआईपी जीते और हारे हैं, फिर भी यहाँ ऐसा हाल है तो बाकी प्रदेश का क्या कहना।
अगली बार अमेठी बड़े लोगों को नहीं बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा। सपा अमेठी की दरिद्रता को मिटाने का संकल्प उठाती है। pic.twitter.com/gItDopNl2B
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 6, 2023
अमेठी दौरे पर गए अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा, ”अमेठी में गरीब महिलाओं की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी हुआ. यहां हमेशा वीआईपी जीते और हारे हैं, फिर भी यहां ऐसा हाल है तो बाकी प्रदेश का क्या कहना. अगली बार अमेठी बड़े लोगों को नहीं बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा. सपा अमेठी की दरिद्रता को मिटाने का संकल्प उठाती है.” अखिलेश के इस ट्वीट ने साफ संकेत दे दिए हैं कि इस लोकसभा चुनाव में सपा अमेठी से भी उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है. अमेठी लोकसभा क्षेत्र कई सालों से नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. हालांकि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हाराकर कांग्रेस के इस किले को ध्वस्त किया था. बता दें कि अमेठी से कांग्रेस के सबसे पहले उम्मीदवार विद्या धर बाजपेयी थे, इसके बाद इस सीट पर संजय गांधी और राजीव गांधी का भी जादू चला. फिर साल 1999 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने भी जीत दर्ज की और फिर साल 2004 से 2014 तक इस सीट से राहुल गांधी भी सांसद रहे हैं.