ABC News: भारत के ड्रग कंट्रोलर ने गाम्बिया में मौत के लिए भारतीय निर्मित खांसी की दवाई को जोड़ने के समय से पहले निष्कर्ष पर डब्ल्यूएचओ को लिखा. इससे पहले, केंद्र सरकार ने मेडेन फार्मास्युटिकल्स को क्लीन चिट देते हुए कहा कि कंपनी के कफ सिरप में कोई कमी नहीं है. संसद में सरकार ने कहा कि कफ सिरप के सैंपल मानक के अनुरूप पाए गए हैं.
Drug Controller of India writes to WHO over the premature conclusion linking Indian-made cough syrups to deaths in Gambia. pic.twitter.com/ytyYdhrJOp
— ANI (@ANI) December 16, 2022
बता दें, डब्ल्यूएचओ ने कई हफ्ते पहले गाम्बिया में हुई बच्चों की मौत का जिम्मेदार मेडेन फार्मास्युटिकल्स कंपनी को ठहराया था. डब्ल्यूएचओ ने आशंका जताई थी कि कंपनी के कफ सिरप के कारण बच्चों की मौत हुई है. भारतीय औषधी महानिदेशक डाक्टर वीजी सोमानी की तरफ से विश्व स्वास्थ्य संगठन के विनियमन और पूर्व योग्यता निदेशक डॉ. रोजेरियो गैस्पर को लिखे पत्र में कहा गया है कि भारतीय कफ सिरप में कोई कमी नहीं है. जांच में सिरप पूरी तरह से सही पाई गई है. सिरप को गाम्बिया में बच्चों की मौते जोड़ना पूरी तरह से गलत है. वीजी सोमानी ने कहा कि अक्टूबर में डब्ल्यूएचओ की ओर से जो बयान जारी किए गए थे, वे पूरी तरह से गलत और जल्दबाजी में किए गए थे. इस गलत बयान के चलते दुनिया में भारत की गलत छवि बनी. दुनिया भर की मीडिया में भारतीय फार्मा सेक्टर के बारे में गलत जानकारी चली.