ABC News: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि यह वारदात अचानक नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत और योजनावद्ध तरीके से अंजाम दी गई है. इसके लिए हत्यारे 48 घंटे पहले से आकर नगर के एक होटल में ठहरे हुए थे. पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार की अल सुबह उस होटल में तलाशी भी कराई है.
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बदमाश सुपारी किलर हैं. इन्हें किसी और ने अतीक और अशरफ की हत्या का ठेका दिया था. प्रयागराज पुलिस अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के तत्काल बाद तीन बदमाशों को मौके से गिरफ्तार किया है. इन बदमाशों की पहचान बांदा के रहने वाले लवलेश तिवारी, कासगंज के अरुण और हमीरपुर के रहने वाले सनी के रूप में हुई है. पुलिस की पूछताछ में इन बदमाशों ने बताया कि वह पूरी तैयारी के साथ वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह वारदात से 48 घंटे पहले ही प्रयागराज पहुंचे और एक होटल में ठहरे थे. यहीं से वह इनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए मौके की तलाश कर रहे थे. इस इनपुट के बाद रविवार की सुबह उनके होटल में पुलिस ने दबिश दी और उनके कमरे की तलाशी कराई है. पुलिस सूत्रों की माने तो होटल में अभी भी इन बदमाशों के सामान पड़े हैं. इनमें से एक हत्यारा हैंगिंग बैग लेकर आया था. पुलिस इन बदमाशों से पूछताछ करते हुए वारदात के मास्टर माइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पकड़े गए बदमाश मास्टर माइंड नहीं, बल्कि गुर्गे हैं. इन्हें तो हॉयर किया गया था. इन बदमाशों के लिए पैसे, हथियार और प्रयागराज में ठहरने के लिए होटल की व्यवस्था किसी और ने कराई थी. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि यह सब करने वाला कौन है. सूत्रों के मुताबिक बदमाशों को पहले से ही पता था कि पुलिस अतीक और अशरफ का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए ले जाएगी. इसलिए वारदात से पहले इन तीनों बदमाशों ने इस पूरे रूट का रेकी किया था. वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने दो स्पॉट तय किए थे. हालांकि पहले स्पॉट पर वह वारदात को अंजाम नहीं दे पाए, लेकिन दूसरे स्पॉट पर इन्हें मौका मिला तो अपना काम कर दिया. पुलिस बदमाशों के इस कबूलनामे का सत्यापन करने का प्रयास कर रही है. इसके लिए इस पूरे रुट का सीसीटीवी फुटेज देखा जा रहा है. इसके साथ ही पुलिस यह भी पता करने की कोशिश कर रही है कि इन बदमाशों को मेडिकल परीक्षण कराने के लिए ले जाने की खबर कैसे मिली. पुलिस अधिकारियों की माने तो इस पूरी घटना की जांच प्रयागराज पुलिस के साथ एसटीएफ भी कर रही है. एसटीएफ की टीम ने सुबह सुबह ही हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिया है. यह सीसीटीवी फुटेज मोती लाल नेहरु अस्पताल के बाहर का है. इसके अलावा पुलिस ने मीडिया के कैमरों से भी फुटेज मांगी है. पुलिस के मुताबिक अस्पताल के बाहर टॉप एंगल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में यह वारदात क़ैद हुई है. पुलिस इस अस्पताल और पूरे रूट पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की बीते 48 घंटे की फुटेज खंगाल रही है.