ABC NEWS: आगरा में एक शर्मनाक घटना सामने आई है. एक मानसिक रोगी को बचाने पहुंचे सिपाही ने अमानवीयता दिखाई. सिपाही ने विक्षिप्त को पकड़ा, जमीन पर घसीटा. उलटा लेटाकर उसके हाथ बांध दिए और फिर उसकी पीठ पर पैर रखकर खड़ा हो गया. उसके इस बचाव का अमानवीय तरीका सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सूचना मिलने पर पुलिस आयुक्त ने सिपाही को निलंबित कर दिया. इसके अलावा उसके खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिया है.
फतेहाबाद मार्ग पर मयूर कांपलेक्स के निकट स्थित जलकल विभाग के कार्यालय के सोमवार को एक महिला मनोरोगी अपने भाई को इलाज के लिए पति के साथ मानसिक स्वास्थ्य संस्थान लेकर जा रही थी. इस दौरान युवक बाइक से कूद गया. सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मर की रेलिंग पर चढ़ने लगा. यह देख महिला घबरा गई और शोर मचाया. भीड़ जमा हो गई, लोग झाड़े और डंडा लेकर युवक को रेलिंग से अलग करने आए.
इसी दौरान वहां मनोज नाम का सिपाही आया. भीड़ ने युवक को रेलिंग से नीचे उतारा. एक युवक उसे बेल्ट से पीटने लगा. सिपाही ने उसे रोका और खुद विक्षिप्त को पैर से पकड़कर घसीटते हुए चंद कदम दूर तक ले गया. सिपाही ने उसे पेट के बल लिटाया और उसके हाथ बांध दिए. हाथ बांधने के बाद वह उसकी पीठ पर पैर रखकर खड़ा हो गया. किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. अधिकारियों ने देखा तो उन्होंने गंभीरता से लिया. सिपाही के पीठ पर पैर रखकर खड़ा होने को अमानवीय माना गया. एसीपी सदर अर्चना सिंह ने बताया कि सिपाही का नाम मनोज है. उसके खिलाफ रिपोर्ट दी गई. पुलिस आयुक्त ने उसे निलंबित कर दिया.