ABC NEWS: विधान परिषद के चुनाव में गुरुवार को कुल 13 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया. 13 सीटों पर 13 ही प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. इनमें एनडीए के दस और सपा के तीन उम्मीदवार शामिल हैं। एनडीए में सात भाजपा और एक-एक अपना दल एस, रालोद और सुभासपा के नेता अब एमएलसी बन गए हैं. सहायक निर्वाचन अधिकारी राम औतार सिंह द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक बृहस्पतिवार को नाम वापसी की आखिरी तिथि की समय सीमा समाप्त होने के बाद सभी 13 प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.
राम औतार सिंह ने बताया में निर्वाचित प्रत्याशियों में डॉ. महेंद्र सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, रामतीरथ सिंघल, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सिंह, मोहित बेनीवाल, आशीष पटेल, विच्छेलाल, योगेश चौधरी, बलराम यादव, शाह आलम एवं किरण पाल कश्यप शामिल हैं. निर्वाचित प्रत्याशियों को निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दुबे ने प्रमाण पत्र दिए. निर्वाचित प्रत्याशियों में भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेंद्र सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, रामतीरथ सिंघल, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सिंह और मोहित बेनीवाल शामिल हैं.
अपना दल (एस) की ओर से आशीष पटेल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की ओर से विच्छेलाल और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की ओर से योगेश चौधरी शामिल हैं. समाजवादी पार्टी के तीन प्रत्याशी बलराम यादव, शाह आलम एवं किरण पाल कश्यप निर्वाचित हुए हैं. उप्र विधान परिषद के 13 सदस्यों का कार्यकाल इस साल मई में समाप्त हो रहा था। सुभासपा पहली बार विधानपरिषद में आई है.
पिछले साल सुभासपा ने सपा का साथ छोड़कर एनडीए का दामन थामा था. लंबे इंतजार के बाद सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को पिछले ही हफ्ते योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था. गठबंधन के तहत लोकसभा की एक सीट भी सुभासपा को दी गई है. भाजपा से मिली पूर्वी यूपी की घोसी सीट पर सुभासपा के ओपी राजभर ने अपने ही बेटे अरविंद राजभर को उतारा है. इसके साथ ही एमएलसी की एक सीट दी गई. इस पर सुभासपा के प्रदेश अध्यक्ष को ओपी राजभर ने उतारा था.
भाजपा के 79 सदस्य तो सपा के हुए 10 सदस्य
विधान परिषद में भाजपा के डॉ. महेंद्र सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सिंह और रामतीरथ सिंघल निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. विधान परिषद में 6 मई को भाजपा के सदस्यों की संख्या घटकर 82 से 79 हो जाएगी. सपा से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, बलराम यादव और किरनपाल कश्यप निर्वाचित हुए हैं. इस तरह सपा की सदस्य संख्या 8 से बढ़कर 10 हो जाएगी. अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, रालोद के योगेश चौधरी और सुभासपा के बिच्छेलाल रामजी भी निर्विरोध निर्वाचित हुए. इस तरह उच्च सदन में रालोद व सुभासपा का भी खाता खुल जाएगा. विधान परिषद में अब कांग्रेस के बाद अब बसपा की सदस्य संख्या भी शून्य हो जाएगी. बसपा के एक मात्र सदस्य डॉ. भीमराव आंबेडकर का कार्यकाल 5 मई को समाप्त हो जाएगा. कांग्रेस का पहले से ही कोई सदस्य नहीं है.