ABC NEWS: UP के सुल्तानपुर में दशहरा का त्योहार खूब हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मगर यहां रावण का दहन करने में प्रशासन के पसीने छूट गए. करीब एक घंटे की लगातार कोशिश के बावजूद रावण का पुतला पूरी तरह से नहीं जल सका. आखिरकार पुतले को खींच कर नीचे गिराया और उसे पैरों से रौंदा गया. दरअसल बुधवार को सुबह जहां तेज बारिश के चलते रावण दहन कार्यक्रम को लेकर असमंजस की स्थिति रही तो शाम को मौसम साफ होने के साथ ही लोगो मे मौसम में ठंडक घुलने से रावण दहन को लेकर उत्सुकता देखने को मिली.
पांच मिनट बाद ही बुझ गई आग
प्रशासन ने बताया कि सब कुछ ठीक चल रहा था और भगवान राम लक्ष्मण जानकी की सुंदर झांकी, श्री वीर बालाजी और श्री महावीर मठ व्यायामशाला के साथ जुलूस निकाला गया. रात करीब पौने नौ बजे शोभायात्रा हर्षोल्लास के साथ जयकारे लगाते हुए सात नीमड़ी चौक में रावण दहन स्थल पर पहुंची. यहां पर परंपरा अनुसार पहले देव विमान व भगवान राम तथा रावण के पुतले की पूजा अर्चना की गई. फिर रावण दहन की तैयारियां शुरू हुई. लेकिन शुरूआत में आतिशबाजी से सभी को आकर्षित कर रहे रावण के पुतले में महज पांच मिनट बाद ही आग बन्द हो गई. ऐसा देख पालिका प्रशासन के पसीने छूट गए.
सुल्तानपुर में नखराला रावण का पुतला दहन करने में छुटे पसीने pic.twitter.com/opl2B7higo
— India.com (हिन्दी) (@IndiacomNews) October 6, 2022
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बारिश ने बिगाड़ा खेल
दरअसल पहले बिजली के करंट से रावण दहन किया जाना था, मगर बारिश ने पूरे रावण का खेल बिगाड़ दिया. बिजली का करंट लगने से जब कोई बात नहीं बनी तो आतिशबाजी से रावण ज लाने का प्रयास किया गया, मगर इससे भी कोई लाभ नहीं हुआ. जिसके बाद भरसक प्रयास करने के बाद रावण पर डीजल छिड़का गया लेकिन थोड़ा जलकर रावण के पुतले में फिर आग बंद हो गया. ऐसा करते-करते रावण जलाने में आधा घंटा व्यतीत हो गया लेकिन रावण का पुतला टस से मस नहीं हुआ.
घंटे भर बाद नहीं जला पुतला
बताया गया पहली बार एक घण्टे कोशिश के बावजूद रावण का पुतला नहीं जला. आखिरकार पालिका प्रशासन द्वारा दमकल बुलवाई गई. जहां दमकल की सीढ़ियां लगाकर रावण के पुतले पर चढ़कर डीजल छिड़का गया. इस तरह करीबन 15 लीटर से अधिक डीजल प्रयोग में लिया गया लेकिन फिर भी कोई बात नहीं बनी. इस तरह से एक घंटे तक भी रावण का पुतला पूरी तरह से नहीं जला.
खींचकर नीचे गिराया पुतला
आखिरकार पालिका कर्मचारियों द्वारा रस्सियों से खींचकर रावण के पुतले को नीचे गिराया जहां पुतला नीचे गिरते ही ग्रामीणों की भीड़ पुतले पर टूट पड़ी. किसी ने पटाखे चुराए तो किसी ने पैरों से रावण को रौंद डाला. इस तरह से पहली बार नगर में रावण का पुतला सभी के कौतूहल का विषय बना रहा. बारिश ने पूरा रावण दहन कार्यक्रम चौपट कर दिया और रावण को जलाने में पसीने छूट गए. इसके साथ ही जो दमकल आगजनी के काम आती है आज उसे ही रावण के पुतले में आग लगाने मैं मदद ली गई.