ABC NEWS: न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़कर कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लिए. गिल की 19 चौकों और नौ छक्कों वाली 208 रन की पारी की बदौलत भारत ने आठ विकेट पर 349 रन बनाए. भारत ने यह रोमांचक मैच 12 रनों से जीता. प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने पर गिल ने कहा था, ‘मैं मैदान पर उतरने और जो करना चाहता हूं वह करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा था.’
This is what dreams are made of ?
Shubman Gill is just 23; he is the future.
A legend in making.#Shardulthakur #ShubmanGill #CricketTwitter #INDvsNZ #ViratKholi @BCCI pic.twitter.com/X8GXACG4QO
— Vibhor Mohan (@thevibhu90) January 19, 2023
गिल ने अपनी रणनीति के बारे में कहा था, ‘विकेट गिरने के साथ, कई बार मैं खुल कर खेलना चाहता था और मुझे खुशी है कि मैं इसे अंत में कर सका. कभी-कभी जब गेंदबाज शीर्ष पर होता है, तो आपको उन्हें दबाव महसूस कराने की जरूरत होती है.’ उन्होंने कहा था, ‘मुझे डॉट गेंदों से बचने और कुछ इरादा दिखाने और अंतराल में कड़ी मेहनत करने की जरूरत थी जो मैं कर रहा था.’ गिल ने कहा था, ‘मैं वास्तव में 200 के बारे में नहीं सोच रहा था, लेकिन एक बार जब मैंने 47वें ओवर में छक्के लगाए, तो मुझे लगा कि मैं कर सकता हूं. इससे पहले, मैं गेंद को देख कर खेल रहा था.’
गिल अब वनडे मैचों में दोहरा शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. उन्होंने अपने टीम के साथी ईशान किशन को पीछे छोड़ दिया है,जिन्होंने पिछले महीने बांग्लादेश के खिलाफ 24 साल और 145 दिन की उम्र में 210 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया था. गिल ने 23 साल और 132 दिनों की उम्र में ये रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
जब हो जाते आउट…
लेकिन मैच के दौरान एक मौका ऐसा भी आया था, जब शुभमन गिल करीब-करीब आउट ही थे. लेकिन तब उनके साथी शार्दुल ठाकुर ने अपना विकेट कुर्बान कर दिया. शायद गिल कभी जीवन में ठाकुर का यह कर्ज उतार पाएं. हुआ ये था कि 47वें ओवर में भारत का स्कोर 302 रन था और 6 विकेट गिर चुके थे. अचानक शुभमन गिल और शार्दुल ठाकुर एक ही छोर पर खड़े हो गए थे. सेंटनर ने थ्रो फेंका और वह टॉम लाथम के पास पहुंचा और उन्होंने बेल्स गिरा दीं. पहले लग रहा था कि शुभमन गिल पवेलियन लौटेंगे. लेकिन शार्दुल ठाकुर वापस लौट गए. उनकी इस कुर्बानी की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है.
हर कोई कर रहा तारीफ
दरअसल शुभमन गिल ने गेंद को कवर में खेलकर दौड़ लगा दी थी. शार्दुल ठाकुर समझ गए थे कि वह क्रीज तक पहुंच नहीं पाएंगे, ऐसे में वह नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर वापस लौट गए. वह पहले पहुंचे थे और गिल बाद में. गिल्लियां बिखेरे जाने के बाद एक खिलाड़ी को पवेलियन लौटना था. ऐसे में शार्दुल ठाकुर ने अपने विकेट की कुर्बानी दे दी. उस वक्त गिल 137 गेंदों पर 167 रन बना चुके थे. अगर वह आउट हो जाते तो दोहरा शतक नहीं बना पाते.