ABC NEWS: माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीते दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गई. मारने के लिए सिर्फ 16 सेकंड का समय लिया और 34 गोलियां उतार दीं. इस मामले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कहा कि उन्होंने उस दौरान अतीक-अशरफ के उस पिस्टल की जांच की जिससे हमलावरों ने गोलियां दागी थीं.
शूटरों ने देखा था मूसेवाला के मर्डर का वीडियो
एसआईटी के हाथ एक और सनसनीखेज जानकारी लगी है. आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि अतीक की हत्या से पहले लोबलेश, अरुण और सनी ने पंजाब कांग्रेस के नेता और सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के वीडियो को कई बार देखा. उनके बयान के मुताबिक, इस वीडियो से उन्हें इस घटना को अंजाम देने का आइडिया लगा. इसके बाद उन्होंने मूसेवाला मर्डर की तहर अतीक और अशरफ को मारने का प्लान बनाया. इतना ही नहीं हमलावर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बड़े फैन हैं.
सिंगर मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी ली. ठीक उसी तरह अतीक और उसके भाई अशरफ की इसी साल 15 अप्रैल को प्रयागराज अस्पताल के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पत्रकार के वेष में थे शूटर
पत्रकारों के भेष में आए हमलावरों ने अशरफ और अतीक पर गोलियां चला दीं. गिरफ्तार लोगों में से एक सन्नी सिंह ने बताया कि पत्रकार के रूप में हमले की योजना उसे दिल्ली के गैंगस्टर जितेंद्र गोगी से मिली थी. गोगी ने उन्हें अतीक और अशरफ को मारने के लिए एक पत्रकार के रूप में भेष बदलने की सलाह दी. इसके बाद तीनों शूटरों ने उस योजना का इस्तेमाल अतीक को मारने के लिए किया.