ABC News: प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव की सुरक्षा कम कर दी गई है. इसके बाद उन्होंंने पहली प्रतिक्रिया दी. शिवपाल ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि बीजेपी से यही उम्मीद थी, अब हमारी सुरक्षा हमारे कार्यकर्ता और जनता करेगी. अब डिंपल यादव की जीत और बीजेपी प्रत्याशी की हार और बड़ी होगी.
शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाए जाने के बाद सबसे पहले अखिलेश यादव ने इसपर आपत्ति जताई थी. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था कि माननीय शिवपाल सिंह यादव जी की सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है. साथ ही ये भी कहना है कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है. जिस पर अहंकार किया जाए. अखिलेश यादव के बयान पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर पलटवार किया था. डिप्टी सीएम ने कहा था कि शिवपाल सिंह यादव को भतीजे अखिलेश यादव और सपा के अपराधियों से खतरा था. अब दोनों में मिलाप हो गया है तो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा टल गया है, फिर भी उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध है, यदि उन्हें सुरक्षा की समस्या है तो अवगत कराएं, जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से शिवपाल यादव और अखिलेश के बाद आई दूरियों में कुछ कमी आई थी. अखिलेश से बढ़ी करीबियों के बाद प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव की सुरक्षा को कम कर दी गई है. अब शिवपाल को जेड श्रेणी की जगह वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सुरक्षा मुख्यालय ने सोमवार को इस संबंध में निर्देश जारी किए थे. बता दें कि जब अखिलेश यादव के साथ शिवपाल यादव के संबंधों में रार आई थी तो सुरक्षा को बढ़ा दी गई थी. साल 2017 में प्रसपा नेता शिवपाल यादव की सुरक्षा को बढ़ाया गया था.