ABC NEWS: बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के विवाद की चर्चा घर-घर हो रही है. आलोक ने ज्योति मौर्य पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर और उनके साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. इन आरोपों को लेकर मनीष के खिलाफ जांच चल रही थी. मिली जानकारी के अनुसार अब यह जांच पूरी हो चुकी है. जांच अधिकारी ने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड्स को सौंप दी है. सूत्रों के अनुसार जांच में कई तथ्य मिले हैं. रिपोर्ट के आधार पर इस प्रकरण में आगे विभागीय कार्रवाई की जा सकती है.
यह जांच प्रयागराज के रहने वाले सफाई कर्मचारी आलोक मौर्या की शिकायत पर कराई गई है. आलोक मौर्या ने पिछले दिनों शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी पीसीएस अधिकारी हैं जो वर्ष 2020 से जिला कमांडेंट मनीष दुबे के संपर्क में हैं. अब दोनों मिलकर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं. आलोक ने मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगाई थी. आलोक ने अपने शिकायती पत्र के साथ मोबाइल फोन और व्हॉट्सऐप पर की गई चैट भी सार्वजनिक की थी.
शिकायती पत्र पर डीजी होमगार्ड्स वीके मौर्या ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी थी. इस बीच जिला कमांडेंट मनीष दुबे का गाजियाबाद से महोबा तबादला भी कर दिया गया. पिछले दिनों वह जब एक बैठक में झांसी आए थे तो पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था. इस बीच आलोक मौर्या लगातार अपनी पत्नी और मनीष दुबे के रिश्तों को लेकर हमलावर हैं. आलोक मौर्या और उनकी पीसीएस पत्नी का रिश्ता इन दिनों सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बना हुआ है.
इसके साथ ही बरेली में चीनी मिल में तैनात पीसीएस ज्योति मौर्या के खिलाफ जांच में मिले तथ्यों से भी शासन को अवगत कराने की बात कही जा रही है.
ज्योति मौर्य ने शासन में रखा अपना पक्ष
ज्योति मौर्य ने पिछले शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ देवेश चतुर्वेदी से मुलाकात कर इस पूरे प्रकरण पर अपनी सफाई पेश की थी. बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने पक्ष में कई तर्क रखें. ज्योति पीसीएस बनने के बाद कौशांबी, जौनपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और लखनऊ में तैनात रही हैं. अभी वह बरेली में तैनात हैं. पति आलोक मौर्य ने ज्योति पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए हैं. सबूत के तौर पर एक डायरी पेश की है. आलोक का आरोप है कि ज्योति इस डायरी में भ्रष्टाचार के लेन-देन का हिसाब रखती थीं.
कॉल रिकॉडिंग से बढ़ सकती है मुश्किल
सूत्रों के मुताबिक प्रकरण में सामने आई कुछ रिकॉडिंग की फोरेंसिक जांच कराई जानी है. यदि रिकॉडिंग में आवाज सही साबित होती है ज्योति मौर्य और मनीष दुबे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.