ABC NEWS: बरेली जिले में एक बार फिर माहौल खराब होते-होते बच गया. शीशगढ़ थाना क्षेत्र के नरसुआ गांव में कावड़ियों का स्वागत करने जा रहे बाइक सवार युवकों के साथ एक विशेष समुदाय के लोगों ने मारपीट की. इससे नाराज कांवड़िए धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत कराया. पुलिस ने कावड़ियों की शिकायत पर मारपीट करने वाले चार नामजद सहित पांच अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया. वहीं एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया.
दरअसल, शीशगढ़ थाना क्षेत्र खिजरपुर गांव से करीब 30 कांवड़ियों का जत्था गंगाजल लेने हरिद्वार गया था. कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस अपने गांव की ओर प्रस्थान कर रहे थे. कांवड़ियों के वापस आने की सूचना पर उनके स्वागत में गांव की महिलाएं और बच्चे रास्ते से जा रहे थे. वहीं कुछ युवक बाइक पर चारपाई लिए हुए थे. इस दौरान एक विशेष समुदाय के युवक शाहिद ने किसी बात पर बाइक सवार युवकों से मारपीट करनी शुरू कर दी.
आरोप है कि जब बाइक सवार युवकों को महिलाओं ने बचाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उन्हें भी पीटना शुरू कर दिया. यह देख कांवड़ियों में गुस्सा फूट पड़ा और वह सड़क पर ही कांवड़ रख हंगामा करने लगे. कांवड़ियों के धरने पर बैठने की सूचना मिलने के बाद मौके पर एसडीएम, सीओ समेत कई थाने की फोर्स पहुंच गई. पुलिस को देखते ही कांवड़िए उत्तेजित हो गए और जमकर नारेबाजी करने लगे.
धरने पर बैठने से कई किलोमीटर पर लगा लंबा जाम
पुलिस ने कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया, जिसके बाद वह शांत हुए. पुलिस ने कांवड़ियों की शिकायत पर चार नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. कांवड़ियों के धरने और सड़क पर कावड़ रखकर नारेबाजी करने की वजह से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया और राहगीर जाम में फंस गए. पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया और यातायात को सुचारू रूप से चालू कराया.
मीरगंज सीओ ने दी मामले जानकारी
पूरे मामले में मीरगंज सर्किल के सीओ ने जानकारी देते हुए बताया कि मारपीट को लेकर विवाद हो गया था. कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है. कावड़ियों की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. आगे की जांच-पड़ताल की जा रही है. बताया जा रहा है कि कांवड़ियों को समझाने के दौरान सीओ और एसडीएम ने पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए उनके सामने हाथ जोड़कर विनती की, जिससे की कांवड़ियों का गुस्सा शांत हो सका.
बवाल की वजह से ही हटाए गए SSP प्रभाकर चौधरी
दरअसल, पुलिस के लाठीचार्च से कांवड़ियों में अभी भी काफी रोष है. पुलिस को देखते ही वह उत्तेजित हो जा रहे हैं. इसीलिए पुलिस और प्रशासन भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. बता दें कि बीते एक सप्ताह में बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान हुए दो बड़े बवाल से आईपीएस प्रभाकर चौधरी पर गाज गिरी थी. प्रभाकर चौधरी को बरेली एसएसपी पद से हटाकर 32वीं वाहिनी लखनऊ का सेनानायक बनाकर भेज दिया गया था. उनकी जगह पर सीतापुर के एसपी घुले सुशील चंद्रभान को बरेली का नया एसएसपी बनाया गया था.
2012 बैच के IPS अधिकारी हैं घुले सुशील चंद्रभान
सोमवार को एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने चार्ज संभाला. वह 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बरेली में कांवड़ियों के मामले में वह खुद देख रहे हैं. मौके पर पहुंचकर भी स्थिति के बारे में जायजा ले रहे हैं.