ABC NEWS: दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) की तरफ से ऋषभ पंत को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि डीडीसीए की टीम देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल जा रही है. जहां ऋषभ पंत का इलाज चल रहा है. वहां पहुंचकर ऋषभ पंत की तबीयत को देखा जाएगा कि उसमें कितना सुधार है. किसी बात की कोई जरूरत तो नहीं है.
डीडीसीए ने कहा कि यदि उनकी टीम को लगा कि ऋषभ पंत का इलाज दिल्ली में कराया जाना चाहिए, तो वह इसमें देरी नहीं करेंगे. तुरंत ही एयरलिफ्ट कर ऋषभ पंत को देहरादून से दिल्ली लाया जा सकता है. यहीं दिल्ली में ऋषभ पंत की प्लास्टिक सर्जरी कराई जा सकती है.
दिल्ली में हो सकता है ऋषभ पंत का इलाज
DDCA के डायरेक्टर श्याम शर्मा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘डीडीसीए की एक टीम ऋषभ पंत के स्वास्थ्य को देखने के लिए देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल जा रही है. यदि जरूरत पड़ी, तो हम उसे दिल्ली में शिफ्ट करवाएंगे. इसमें भी बड़ी संभावना है कि हम प्लास्टिक सर्जरी के लिए ऋषभ पंत को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाएंगे.’
टखने और घुटने का भी MRI स्कैन होगा
पंत को सबसे ज्यादा चोटें सिर और पैर में आई हैं. इसी के चलते उनके ब्रेन और स्पाइन का MRI स्कैन भी कराया गया था. जिसकी रिपोर्ट नॉर्मल आई है. डॉक्टर्स ने बताया है कि ऋषभ पंत के टखने और घुटने का भी MRI स्कैन कराया जाना था. मगर इसे टाल दिया गया है, क्योंकि पंत को काफी दर्द हो रहा था और सूजन भी थी. अब यह स्कैन आज (31 दिसंबर) को कराया जा सकता है.
कार एक्सीडेंट में ऋषभ पंत के चेहरे पर चोट आई थी. कई कटे-फटे घाव भी हुए और कुछ खरोंचें भी आईं. अब इनको ठीक करने के लिए पंत ने प्लास्टिक सर्जरी भी करवाई है. ऋषभ पंत को दाएं पैर के घुटने और टखने में लिकमेंट की समस्या हो सकती है. इसी कारण से मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने ऋषभ पंत के घुटने पर भी पट्टी बांधी है. डॉक्टर्स ने बताया है कि पंत की स्थिति अभी ठीक है और वह बेहतर महसूस कर रहे हैं.
कार खुद पंत चला रहे थे, झपकी आने से हादसा हुआ
ऋषभ पंत का यह एक्सीडेंट शुक्रवार (30 दिसंबर) तड़के रूड़की के पास गुरुकुल नारसन एरिया में हुआ था. पंत कार में अकेले थे और खुद ही गाड़ी चला रहे थे. हादसे के बाद पंत ने बताया था कि ड्राइविंग के दौरान उन्हें नींद की झपकी आई और कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई. पंत ने बताया कि वह विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आए. इसके बाद कार में भीषण आग लग गई थी.
बस ड्राइवर और कंडक्टर ने ऋषभ पंत को बचाया
पंत इस हादसे में बाल-बाल बचे हैं. एक्सीडेंट के बाद मौके पर सबसे पहले हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत पहुंचे थे. उन्होंने ही पंत को बचाया और एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल भिजवाया. इस सराहनीय काम के लिए इन दोनों लोगों को बड़ा ईनाम मिला है.
कंडक्टर परमजीत ने कहा, ‘जैसे ही हमने उसे (ऋषभ पंत) को बाहर निकाला, उसके 5-7 सेकंड बाद ही कार में आग लग गई और वह जलकर खाक हो गई. उनकी पीठ पर काफी चोटें आई थी. इसके बाद जब हमने उनसे पूछा कि वह कौन हैं, तब उन्होंने बताया कि वह क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं.’ इस बयान से साफ है कि यदि 5-7 सेकंड की देरी होती, तो कुछ भी अनहोनी होने की आशंका थी.