ABC NEWS: हिमाचल प्रदेश में चुनाव नतीजे तो सामने आ चुके हैं. कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है, लेकिन हर किसी के मन में आज के समय में एक ही सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री कौन बनेगा. कल शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई. इसमें फैसला लिया गया कि पार्टी अलाकमान ही अंतिम निर्णय लेगा. हालांकि, पहाड़ी राज्य में सीएम पद के लिए शक्ति प्रदर्शन का दौर भी जारी है.
शुक्रवार को विधायक दल की बैठक से ठीक पहले नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के 21 विधायकों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की और शिमला रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर चर्चा की. इस घटना को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं: सुक्खू
हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं. सुक्खू ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं. मैं एक अनुशासित सिपाही और कांग्रेस कार्यकर्ता हूं. पार्टी आलाकमान का फैसला अंतिम होगा.’ कांग्रेस के एक अन्य विधायक हर्षवर्धन चौहान ने भी ऐसी ही राय व्यक्त की है. उन्होंने कहा, हम अपने सुझाव रखेंगे, लेकिन निर्णय नवनिर्वाचित विधायकों की राय के अनुसार लिया जाएगा.
सुक्खू के इशारे पर ही हुई थी बैठक
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुक्खू ने नतीजे आने के बाद हमीरपुर जिले के चारों विधायकों समेत सभी विधायकों को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय करने के लिए चंडीगढ़ में बैठक करने को कहा था. जिले की पांच में से चार सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. एक सीट निर्दलीय आशीष शर्मा के खाते में गई जबकि भाजपा खाता खोलने में नाकाम रही.
सुक्खू ने कथित तौर पर 30 से अधिक कांग्रेस विधायकों से संपर्क किया था और उनमें से 21 ने उन्हें समर्थन देने का आश्वासन दिया था. सुक्खू ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए विधायकों को चंडीगढ़ बुलाया था. नादौन में चुनाव प्रचार के दौरान सुक्खू के समर्थकों ने मुख्यमंत्री पद के कार्ड का इस्तेमाल किया था और इससे उन्हें सीट जीतने में मदद मिली थी.
प्रतिभा सिंह के भी हैं दावे
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का खेमा भी सीएम पद पर दावा ठोक रहा है. उनके समर्थकों ने 25 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. इतना ही नहीं, शिमला में उनके समर्थकों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार को घेर लिया और प्रतिभा सिंह के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. उनके बेटे, जो कि विधायक चुने गए हैं, ने तो अपनी मां के लिए विधानसभा सीट छोड़ने की भी बात कही है. आपको बता दें कि प्रतिभा सिंह फिलहाल सांसद हैं. कांग्रेस अगर उन्हें सीएम बनाती है तो लोकसभा उपचुनाव की चुनौती पार्टी के सामने खड़ी हो जाएगी.