जम्मू-कश्मीर में अब ‘आतंक पीड़ितों’ को आरक्षण, MBBS-BDS कोर्स में मिलेगा दाखिला

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ABC NEWS: जम्मू-कश्मीर (J&K) में आतंकवाद (Terrorism) से पीड़ित परिवारों को लेकर सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. दरअसल ताजा फैसले में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की सरकार ने आतंकवाद से पीड़ित रहे सभी परिवारों के बच्चों के लिए एमबीबीएस (MBBS), और BDS (BDS) कोर्स में एडमिशन के लिए आरक्षण (Reservation) देने का ऐलान किया है.

सेंट्रल कोटे से आरक्षण

इस केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी घटना में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों के लिए खास तौर पर आरक्षण दिया जाएगा. नोटिफिकेशन के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद पीड़ित बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई में दिया जाने वाला यह आरक्षण केंद्रीय पूल यानी सेंट्रल कोटे से दिया जाएगा.

किसे मिलेगी प्राथमिकता? 

आरक्षण पॉलिसी के मुताबिक उन बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी. जिनके माता-पिता को दोनों आतंकियों ने मार डाला. इसके बाद उन परिवारों को प्राथमिकता मिलेगी. जिनके एकमात्र रोजी-रोटी कमाने वाले को आतंकवादियों ने मार दिया है. आपको बताते चलें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने 1 नवंबर को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर आतंक पीड़ितों के लिए MBBS/BDS कोर्स के लिए 2022-23 सेशन के लिए सेंट्रल पूल से सीटें अलॉट करने का निर्देश दिया था.

इस आरक्षण के दायरे में ऐसे उम्मीदवार आएंगे जो जम्मू कश्मीर के स्थायी निवासी हैं या फिर केंद्रीय/ राज्य / केंद्रशासित प्रदेश के सरकारी कर्मचारी जिनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में रही हो. जम्मू कश्मीर में प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहे केंद्रीय, राज्य या UT कर्मचारियों के बच्चे भी इस आरक्षण के दायरे में आएंगे. इसके लिए 11 नवंबर 2022 अंतिम तारीख है.

J&K Central Pool में कैसे करें अप्लाई?

इस नोटिफिकेशन के तहत जम्मू-कश्मीर प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन बोर्ड यानी BOPEE ने आवेदन मांगे हैं. ऊपर बताई गई अहर्ताएं पूरी करने वाले छात्र जम्मू कश्मीर में मेडिकल एडमिशन के लिए सेंट्रल पूल के तहत अप्लाई कर सकते हैं.

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