ABC News: रणजी ट्रॉफी 2022-23 के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र ने बंगाल को 9 विकेट से करारी शिकस्त देते हुए खिताब अपने नाम कर लिया है. ईडन गार्डंस में खेले गए मुकाबले के चौथे दिन के पहले सत्र के दौरान बंगाल की टीम अपनी दूसरी पारी में 241 रन बनाकर आउट हुई और सौराष्ट्र को जीत के लिए सिर्फ 12 रन चाहिए थे, जिसे उन्होंने आसानी से अपने नाम किया.
That Winning Feeling ? ?
Congratulations to the @JUnadkat-led Saurashtra on their #RanjiTrophy title triumph ? ? #BENvSAU | #Final | @saucricket | @mastercardindia
Scorecard ? https://t.co/hwbkaDeBSj pic.twitter.com/m2PQKqsPOG
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 19, 2023
बता दें कि जयदेव उनाकदकट की कप्तानी में सौराष्ट्र दूसरी बार रणजी ट्रॉफी में चैंपियन बनीं. बता दें कि इस मुकाबले में सौराष्ट्र टीम के कप्तान जयदेव उनादकट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था. जयेदव का यह फैसला सही साबित हुआ, ऐसा इसलिए क्योंकि बंगाल की टीम ने पहली पारी में 54.1 ओवर में 174 रन पर ही सिमट गई. बंगाल टीम की तरफ से शाहबाज अहमद ने 69 रनों और अभिषेक पोरेल ने 50 रनों की तूफानी पारी खेली. इस बीच सौराष्ट्र की तरफ से जयदेव और चेतन सकारिया ने 3-3 विकेट चटकाए, वहीं चिराज और डी जडेजा को 2-2 विकेट मिले.
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The reactions say it all ? ?
That moment when Saurashtra began the celebrations after winning the #RanjiTrophy 2022-23! ? ?
The @JUnadkat-led unit beat Bengal by 9⃣ wickets in the #Final ? ? #BENvSAU | @mastercardindia
Scorecard ? https://t.co/hwbkaDeBSj pic.twitter.com/tt8xE3eUKY
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 19, 2023
पहली पारी में सौराष्ट्र टीम जब 175 रनों का पीछा करने उतरी तो टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली. इस दौरान टीम के 4 बल्लेबाजों ने दमदार अर्धशतक जड़ा, जिसके दम पर सौराष्ट्र टीम ने 404 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. सौराष्ट्र टीम की तरफ से रन वासवाड़ा ने 80 रनों का आतिशी पारी, चिराज जानी ने 60 रन, शेल्डन जैक्सन ने 59 रन और हार्विक देसाई ने 50 रनों की तूफानी पारी खेली. वहीं, बंगाल टीम के लिए मुकेश कुमार को 4 विकेट, तो आकाश और ईशान को 3-3 विकेट मिले।दूसरी पारी में बंगाल टीम ने बल्लेबाजी करते हुए 241 रनों पर ढेर हुई. इस दौरान जयदेव ने बंगाल के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया. इसके बाद सौराष्ट्र टीम के पास 12 रनों का लक्ष्य था, जिसे सौराष्ट्र ने आसानी से हासिल कर लिया और रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अपना दूसरा खिताब जीता. जयदेव की कप्तानी में ही सौराष्ट्र ने साल 2019-20 में पहला खिताब जीता था.