ABC News: राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की खुली बगावत से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी बेहद नाराज बताई जा रही है. खबर है कि इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गहलोत गुट के कम से कम 3 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेतृत्व इन तीनों को कारण बताओ नोटिस भेजने की तैयारी में है.
#RajasthanPoliticalCrisis | Congress leader Sachin Pilot reaches Delhi pic.twitter.com/DSO1ALcj7n
— ANI (@ANI) September 27, 2022
इस बीच खबर है कि राज्य में नए मुख्यमंत्री पर फैसला 30 अक्टूबर के बाद ही लिया जाएगा. उधर राजस्थान में जारी संकट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. दिल्ली से बतौर पर्यवेक्षक जयपुर भेजे गए मल्लिकाजुर्न खड़ने से गहलोत ने कहा कि वह पिछले कुछ दिनों में हुई घटनाओं से अनजान हैं और जो कुछ भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था. बता दें कि कांग्रेस की राजस्थान इकाई में संकट को लेकर पार्टी के दोनों पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन आज अपनी लिखित रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपेंगे. सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आधार पर ‘अनुशासनहीनता’ के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले कुछ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की दिशा में कदम उठाया जा सकता है. इस बीच राजस्थान में जारी खींचतान के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को दिल्ली पहुंचे हैं. हालांकि पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह निजी काम से दिल्ली गए हैं और इस यात्रा का मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम से कोई लेना देना नहीं है. उधर राजस्थान के इस पूरे घटनाक्रम से गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर प्रश्नचिन्ह लग गया है. अब कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, खड़गे, कुमारी सैलजा और कुछ अन्य नामों को लेकर अटकले हैं. वैसे कमलनाथ ने कहा कि उन्हे अध्यक्ष पद में कोई दिलचस्पी नहीं है