ABC NEWS: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को लेकर बड़ा हमला बोला है. ओडिशा में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी OBC जाति में पैदा नहीं हुए थे, वह तो जनरल कास्ट में पैदा हुए थे. लेकिन बीजेपी लोगों को यह बोलकर बेवकूफ बनाती है कि प्रधानमंत्री ओबीसी जाति में पैदा हुए थे.
राहुल गांधी ने कहा,’लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. मोदीजी OBC में पैदा नहीं हुए थे. वे तेली समाज से आते हैं. बीजेपी ने साल 2000 में उनकी जाति को OBC बनाया था. यानी मोदी OBC पैदा नहीं हुए, वे जनरल कास्ट में पैदा हुए थे. वे दुनिया को झूठ बोल रहे हैं कि वह OBC में पैदा हुए थे.’
#WATCH | Congress MP Rahul Gandhi says, “PM Modi was not born in the OBC category. He was born Teli caste in Gujarat. The community was given the tag of OBC in the year 2000 by the BJP. He was born in the General caste…He will not allow caste census to be conducted in his… pic.twitter.com/AOynLpEZkK
— ANI (@ANI) February 8, 2024
राहुल गांधी ने आगे कहा,’मुझे पता है कि वो (PM मोदी) OBC नहीं हैं, क्योंकि वो किसी OBC को गले नहीं लगाते हैं. वे जाति जनगणना नहीं करवाएंगे, क्योंकि ये OBC है ही नहीं. करोड़ों का सूट पहनते हैं और खुद को गरीब और फकीर कहते हैं. सुबह नई ड्रेस, शाम को नई ड्रेस और रोज नई-नई ड्रेस पहनते हैं और खुद को OBC बोलते हैं.’
‘सिर्फ अडानी का हाथ पकड़ते हैं’
मुझे बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. मैं इसलिए जानता हूं, क्योंकि वह किसी ओबीसी से गले नहीं मिलते. वह किसी किसान और मजदूर का हाथ नहीं पकड़ते. वह सिर्फ अडानी का हाथ पकड़ते हैं. इसलिए वह पूरी जिंदगी में जाति आधारित सर्वे नहीं करने देंगे. जाति जनगणना का काम कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी करके दिखाएंगे.
तेलंगाना में भी उठाया था यही मुद्दा
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने तेलंगाना में विधानसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो वे तेलंगाना में जाति जनगणना कराएंगे. राहुल गांधी ने राज्य में कांग्रेस की चल रही ‘विजयभेरी’ यात्रा के दौरान भूपालपल्ली से पेद्दापल्ली के रास्ते में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया था. राहुल गांधी ने कहा था कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा जाति जनगणना का है. उन्होंने इसे ‘एक्स-रे’ बताते हुए कहा था कि ये दलितों, आदिवासियों और ओबीसी की स्थिति पर प्रकाश डालेगा.