ABC News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (8 नवंबर) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत के G-20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 1 दिसंबर से भारत G-20 की अध्यक्षता करेगा. भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है. इसलिए आज इस समिट की वेबसाइट, थीम और लोगो को लॉन्च किया गया है. इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. लोगो में कमल का फूल पौराणिक धरोहर को बताता है.
The G-20 Summit in India in 2023 will reflect the spirit of वसुधैव कुटुंबकम…One Earth, One Family, One Future! pic.twitter.com/FVEPBOTKev
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2022
पीएम ने कहा कि G-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य, विश्व की 85% GDP का प्रतिनिधित्व करता है. G-20 उन 20 देशों का समूह है, जो विश्व के 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है और भारत अब इस G-20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है, इसकी अध्यक्षता करने जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि G-20 इंडिया का लोगो ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का प्रतिनिधित्व करता है. G-20 का ये लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है. ये एक संदेश है, ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है. ये एक संकल्प है जो हमारी सोच में शामिल रहा है. इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है. युद्ध से मुक्ति के लिए बुद्ध के जो संदेश हैं हिंसा के प्रतिरोध में महात्मा गांधी के जो समाधान हैं. G-20 के जरिए भारत उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा को नई ऊर्जा दे रहा.
The G-20 logo and theme are closely linked to India’s rich history, diverse culture and our commitment towards a better planet. pic.twitter.com/591rYnNrbE
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2022
G-20 लोगो में कमल का प्रतीक आशा का प्रतिनिधित्व करता है. उन्होंने आगे कहा कि आज जब भारत G-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है तो ये आयोजन हमारे लिए 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति और सामर्थ्य प्रतिनिधित्व है. आज विश्व इलाज की जगह आरोग्य की तलाश कर रहा है. हमारा आयुर्वेद, हमारा योग, जिसे लेकर दुनिया में एक नया उत्साह और विश्वास है. हम उसके विस्तार के लिए एक वैश्विक व्यवस्था बना सकते हैं.
For us in India, the G-20 in 2023 will not only be about diplomatic meetings. This Summit presents us with the opportunity to showcase our developmental strides aimed at furthering global good. pic.twitter.com/8YmLmI4ZQz
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि विश्व में कोई भी फर्स्ट वर्ल्ड या थर्ड वर्ल्ड न हो, बल्कि केवल वन वर्ल्ड हो. भारत ने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड के मंत्र के साथ विश्व में अक्षय ऊर्जा क्रांति का आह्वान किया है. भारत ने वन अर्थ, वन हेल्थ के मंत्र के साथ वैश्विक स्वास्थ्य को मजबूत करने का अभियान शुरू किया है.