ABC NEWS: माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर पाकिस्तानी मीडिया ने जहर उगलना शुरू कर दिया है. पाकिस्तानी मीडिया ने माफिया मुख्तार अंसारी के मौत के पीछे योगी आदित्यनाथ की सरकार को दोषी ठहराया है. पाकिस्तानी अखबार डॉन में छपी एक रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी की मौत के पीछे किसी साजिश को प्रमुखता दी गई है. डॉन ने लिखा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारत की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य के एक ऐसे मुखिया हैं जो पुलिसिया तंत्र में विश्वास रखते हैं. डॉन ने लिखा कि मार्च 2017 में जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार उनके नेतृत्व में सत्ता में आई है, तब से पुलिस ने कथित गोलीबारी की घटनाओं में 190 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी है. इस तरह की कार्रवाई को यूपी में ‘मुठभेड़’ कहा जाता है.
डॉन ने लिखा कि मार्च 2017 से सितंबर 2023 तक, यूपी में पुलिस की मुठभेड़ में 5,591 लोग घायल हो चुके हैं. अखबार ने अंसारी की मौत को संदिग्ध बताते हुए कहा कि एक साल पहले यूपी में एक और बड़े मुस्लिम नेता (अतीक अहमद) को उत्तर प्रदेश में सरेआम लाइव टीवी के दौरान गोली मार दी गई थी। तब भी उत्तर प्रदेश की सरकार पर सवाल उठाए गए थे.
बता दें मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को गाजीपुर जिले में उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले मुख्तार के पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकाला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे. उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी समेत परिवार और रिश्तेदार भी जनाजे में शामिल हुए। इस दौरान भीड़ ने नारे भी लगाये. अफजाल अंसारी ने कब्रिस्तान पहुंचने के बाद लोगों को समझाते हुए भीड़ एकत्र न करने और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे.