ABC NEWS: कानपुर के बांसमंडी अग्निकांड हादसे में लापता पान दुकानदार ज्ञान चंद्र साहू का शव शनिवार सुबह पुलिस को मिल गया. शव मिलने के बाद ज्ञान चंद्र के परिवार में कोहराम मच गया.
मूल रूप से बिधनू के शंभुआ के खड़ेसर, भर्तीपुर गांव निवासी ज्ञान चंद्र साहू और फोटो बांसमंडी में या टावर के बाहर 20 साल से पान की दुकान चला रहे थे परिवार में पत्नी दीपा और दो बच्चे हैं.
बड़े बेटे अजय कुमार ने बताया था कि पिता पान की दुकान चलाने के साथ ही ए आर टावर में ही ऊपर सोते थे रात 12:00 बजे बूंदाबांदी के बीच वह छत से नीचे उतर आए थे तब से उनका कोई पता नहीं था आशंका जताई जा रही थी कि ज्ञान चंद्र की जलकर मौत हो गई है हालांकि सब न मिलने की वजह से उनकी तलाश की जा रही थी.
शनिवार की सुबह ए आर टावर की आग जब कुछ नियंत्रित हुई तो दमकल कर्मियों ने अंदर जाने की हिम्मत दिखाई. अंदर तीसरी मंजिल पर ज्ञान चंद्र का शव पड़ा हुआ था. आग की चपेट में आने की वजह से शव बुरी तरह से जल गया था.
इसके बाद पुलिस ने ध्यानचंद के परिवार को हादसे में उनकी मृत्यु हो जाने की खबर दी. पूरी रात ए आर टावर के बाहर ज्ञान चंद्र की तलाश में बैठे उनके परिवार वालों ने जब मृत्यु की खबर सुनी तो उनमें कोहराम मच गया. बांसमंडी हादसे में जनहानि की यह पहली घटना है.