ABC NEWS: UP के बलिया जिले में एक ई-रिक्शा चालक इन दिनों काफी चर्चा में हैं. उसकी कुछ वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें वह अपनी एक साल की बेटी को गमछे की मदद से अपनी छाती से बांधकर ई- रिक्शा चलाता नजर आ रहा है. उसकी यह तस्वीरें तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर हो रही हैं.
एजेंसी के मुताबिक, 40 साल के कमलेश वर्मा बलिया के डोकटी थाना क्षेत्र के चिरंजी छपरा गांव के रहने वाले हैं. उनके परिवार में बूढ़ी मां और एक साल की बेटी है. कमलेश की पत्नी का 6 महीने पहले देहांत हो गया था और हाल ही में उसकी मां की आंख की सर्जरी हुई है. ऐसे में कमलेश के सामने बेटी की देखभाल करने की चुनौती खड़ी हो गई.
इधर, परिवार को पालने के लिए रिक्शा भी चलाना है. उधर, बेटी का ध्यान भी रखना है. मां की आंख की सर्जरी होने के कारण बेटी की घर पर भी नहीं छोड़ सकता थे. ऐसे में कमलेश ने बेटी का अपने साथ रखने का फैसला किया और ई-रिक्शा चलाने लगा.
कमलेश का कहना है कि शुरूआत में बेटी को साथ ले जाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. बेटी महज एक साल की है ऐसे में उसका ख्याल रखना बहुत मुश्किल भरा होता है. पहले जब वह रो देती थी तो उसे शांत कराने में बहुत दिक्कत होती थी. अब चीजें थोड़ी आसान हो गई हैं. रोज सुबह 6 बजे काम पर निकल जाता हूं. बेटी को पिलाने के लिए दूध की बोतल साथ रखता हूं. मैं अपनी बेटी के लिए मां और पिता दोनों ही हूं.
ट्रेन से गिर गई थी पत्नी
कमलेश ने बताया कि पत्नी की लगभग छह महीने पहले ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी. मां की सर्जरी होने के कारण बेटी की देखभाल की समस्या पैदा हो गई थी. इसलिए बेटी की अपने साथ ही लेकर जाता हूं और रिक्शा चलाता हूं.
कमलेश को लेकर डीएम का यह है कहना
बलिया डीएम रवींद्र कुमार का कहना है कि कमलेश के बारे में जानकारी मिली है. उन्हें प्रशासन की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी. कमलेश को पेंशन, राशन कार्ड और सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. मैं उनसे बात करूंगा और बच्ची की अच्छी परवरिश सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा.
विधायक, सांसद मदद को आए आगे
स्थानिय विधायक जय प्रकाश आंचल ने कहा कि कमलेश वर्मा द्वारा अपनी बेटी को सीने से बांधकर ई-रिक्शा चलाने की तस्वीरें और वीडियो किसी का भी दिल पिघला सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह वर्मा को आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे और उनकी हर संभव मदद करेंगे.
सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के निजी सचिव अमन सिंह ने कहा कि वह वर्मा को पक्का मकान दिलाने का प्रयास करेंगे. साथ ही बैंक से लोन दिलाकर कमलेश को खुद का ई-रिक्शा दिलाने का प्रयास करेंगे. सामाजिक कार्यों में लगी एक संस्था से जुड़े मनीष सिंह ने कहा कि वर्मा की मदद के लिए वह जनता से चंदा एकत्र करेंगे.