ABC NEWS: माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को जेल से भगाने की साजिश के आरोप में उसकी पत्नी निखत बानो (Nikhat Bano) और ड्राइवर नियाज (Niyaz) को गिरफ्तार किया गया है. यह केस चित्रकूट से लखनऊ ट्रांसफर कर दिया गया है. इसी बीच मामले में जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. पुलिस की पूछताछ में अब्बास की पत्नी और ड्राइवर ने कई खुलासे किए है, जिसे जानने के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
अब्बास की पत्नी निखत बानो ने कबूलनामे में बताया कि वो अपने ड्राइवर नियाज के साथ पिछले 80 दिनों से हर रोज लगभग सुबह 11 बजे जेल आती थी. यहां 3-4 घंटे अंदर बिताकर वापस चली जाती थी. पति से मिलने से पहले वह न कहीं साइन करती थी न ही कोई एंट्री करती थी. जेल सुपरिटेंडेंट के ऑफिस के बगल के कमरे में दोनों की मुलाकात होती थी. वहीं, जेल के कमरे में कोई आ सके इसलिए बाहर से कमरे में ताला लगा दिया जाता था.
मुलाकात के लिए जेल में मोटी रकम व महंगे गिफ्ट दिए जाते थे
ड्राइवर नियाज ने बताया कि अब्बास व निखत की मुलाकात कराने के लिए जेल में मोटी रकम व महंगे गिफ्ट दिए जाते थे. निलंबित जेलर संतोष कुमार ने हाल में मंहगी कार खरीदी है. यह कार मऊ यानी अब्बास के गृह जनपद से खरीदी गई है. वार्डर जगमोहन ने भी एक लग्जरी कार खरीदी है. अब्बास के ड्राइवर ने बताया कि ये दोनों कार तोहफे के तौर पर दी गयी थी. ड्राइवर ने यह भी बताया कि मुख्तार अंसारी के रियल एस्टेट के कारोबार, ठेकेदारी और कंस्ट्रक्शन कंपनी अब्बास जेल से ऑपरेट कर रहा था.
पहचान छुपाने के लिए बुर्का पहनकर जाती थी जेल
ड्राइवर नियाज ने बताया कि निखत के लिए पहले से ही चित्रकूट में एक किराए का कमरा लिया गया था. निखत जितनी देर जेल में रहती थी, उतनी देर वह पूरे एरिया की डिटेल बाहर रहकर लेता रहता था. जेल में बंद कैदियों को 11:00 बजे के बाद कुछ देर के लिए टहलने के लिए बैरक से बाहर निकाला जाता था. कैदियों के बाहर निकलने से पहले ही निखत को कमरे में भेज दिया जाता था. इसके बाद टहलने के बहाने अब्बास पत्नी के पास आ जाता था. उसने खुलासा किया कि रोज अब्बास की पत्नी बुर्का पहन कर और अलग-अलग गाड़ी से जेल जाती थी ताकि किसी को शक न हो.