ABC NEWS: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने घात लगाकर डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) फोर्स के जवानों पर हमला कर दिया. उन्होंने जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी हमले में उड़ा दिया. इस हमले में 11 जवान शहीद हो गए हैं. इनमें 10 डीआरजी के जवान और एक ड्राइवर है. नक्सलियों ने रोड के बीचोबीच लैंडमाइन बिछाई हुई थी. यह आईईडी धमाका इतना जबरदस्त था कि रोड पर कई फुट गहरा गड्ढा हो गया है. जवानों के वाहन के परखच्चे उड़ गए हैं.
बस्तर के आईजी सुंदरराज ने बताया कि अरनपुर के पालनार क्षेत्र में नक्सलियों ने जवानों को अपना निशाना बना लिया. फिलहाल तलाश अभियान जारी है. सूत्रों के मुताबिक DRG के जवान कल ऑपरेशन पर गए थे. लौटते समय नक्सलियों ने यह हमला कर दिया.
This is the location of Maoist terror attack in Dantewada of Chhattisgarh where 10 DRG Force jawans and 1 civilian driver were killed in a cowardly attack. Names of the jawans who sacrificed their life for the country. Salute their valour and commitment to the nation. Jai Hind!… pic.twitter.com/Nj7IAanjab
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 26, 2023
जानकारी के मुताबिक इस हमले में प्रधान आरक्षक जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम, जगदीश कवासी शहीद हो गए. वहीं निजी वाहन का चालक धनीराम यादव की भी इस हमले में जान चली गई.
नक्सलियों को टक्कर दे रहे DRG जवान
पिछले कई वर्षों में नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने के लिए डीआरजी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके अलावा कई पूर्व नक्सली नेता अब छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ डीआरजी में काम कर रहे हैं.
2008 में हुआ था DRG का गठन
प्रदेश में नक्सलियों को कमजारे करने के लिए 2008 में DRG का गठन किया गया था. इस फोर्स को सबसे पहले कांकेर और नारायणपुर में तैनात किया गया था. इसके बाद 2013 में बीजापुर और बस्तर फिर 2014 में सुकमा और कोंडागांव, इसके बाद 2015 में दंतेवाड़ा में इन्हें तैनात किया गया.
राज्यपाल और सीएम ने जताया दुख
– गृह मंत्री अमित शाह ट्वीट किया- दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए कायरतापूर्ण हमले से क्षुब्ध हूं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की है. राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. शहीद जवानों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं.
– राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने नक्सली हमले में शहीद जवानों की शहादत पर गहरा शोक जाहिर किया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि नक्सलियों के राष्ट्र विरोधी मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. केंद्र और राज्य समन्वय पूर्वक नक्सलवाद को खत्म करने के लिए कटिबद्ध है.
– छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमले को लेकर कहा कि यह दुखद है. जो जवान शहीद हुए हैं, उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. यह लड़ाई अंतिम दौर में चल रही है और नक्सलियों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. हम योजनाबद्ध तरीके से नक्सलवाद को खत्म करेंगे.
– दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया- छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में हमारे जवान शहीद हो गए. नक्सलियों की यह कायराना हरकत बेहद परेशान करने वाली है. नक्सलवाद को कुचलने के लिए सभी सरकारों को तत्काल सख्त कदम उठाने की जरूरत है. शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!
इन आठ जिलों में नक्सलसी ज्यादा सक्रिय
सरकार द्वारा जारी 2021 के आंकड़ो के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में 8 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें बीजापुर, सुकमा, बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर, राजनंदगांव और कोंडागांव शामिल हैं.
गृह मंत्रालय ने अप्रैल 2021 में लोकसभा में बताया था कि पिछले 10 साल में यानी 2011 से लेकर 2020 तक छत्तीसगढ़ में 3 हजार 722 नक्सली हमले हुए. इन हमलों में हमने 489 जवान खो दिए.