ABC NEWS: UP की राजधानी लखनऊ में खाकी वर्दी वालों ने इंसानियत की एक और मिसाल पेश की है. जहां एक बेटा अपनी मां की मौत की खबर सुनकर भाग गया, नहीं पुलिस ने बेटे का फर्ज निभाया और वृद्धा का पूरे रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया. मामला शहर के लोकबंधु हॉस्पिटल का है जहां पर एक वृद्धा की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उसके परिजनों के न आने पर पुलिस ने इंसायनियत के नाते महिला के अंतिम संस्कार का फैसला लिया.
जानकारी के मुताबिक एक युवक ने अपनी बूढ़ी मां को लोकबंधु हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती किया था. यहां पर इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. जब हॉस्पिटल ने महिला के बेटे को इस बात की सूचना दी तो वह हॉस्पिटल से गायब हो गया. महिला के अन्य परिजन भी हॉस्पिटल नहीं पहुंचे. इस पूरे वाकए की जानकारी हॉस्पिटल प्रशासन ने पुलिस को दी. जब पुलिस को सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे.
अपनों ने छोड़ा गैरों ने निभाया फर्ज
परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन किसी को कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद कृष्णानगर क्षेत्र के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने खुद हॉस्पिटल जाकर महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जब महिला का पोस्टमार्टम हो गया तो पुलिस ने खुद ही उसके अंतिम संस्कार कराने का फैसला लिया. इंस्पेक्टर के साथ उनके अन्य साथी महिला के शव को श्मशान ले गए. यहां पर उन्होंने महिला का पूरी विधी विधान के साथ अंतिम संस्कार किया.
मौत की सूचना के बाद भागा बेटा
हॉस्पिटल प्रशासन ने बताया है कि जब महिला की इलाज के दौरान मौत हुई तो उन्होंने इस बात की जानकारी उसके बेटे को दी थी. जिसे नौ महीने तक अपने पेट में पाला था उस बेटे ने उनकी मौत की कबर सुनकर कोई भी रिएक्शन नहीं दिया. इतना ही नहीं वह हॉस्पिटल से भाग गया था. जिसके बाद उन्हें पुलिस को इस बात की सूचना देनी पड़ी.