ABC NEWS: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी (Kashi) में खजाने वाली देवी का दरबार 23 अक्टूबर से खुल जाएगा. धनतेरस (Dhanteras 2022) से पूरे 4 दिनों तक भक्त मां अन्नपूर्णा (Annapurna Temple) के अद्भुत स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन कर देवी का खजाना पा सकेंगे. इस बार भक्तों में बांटने के लिए 5 लाख सिक्कों की व्यवस्था की गई है. 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि में मां अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा की आरती के बाद भोर से भक्तों के लिए देवी के कपाट खोल दिए जाएंगे. बता दें कि भक्तों को सिर्फ साल में 4 दिन ही देवी दर्शन देती हैं.
अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि में देवी की महाआरती के साथ खजाने की पूजा होती है. उसके बाद उसी खजाने को भक्तों में प्रसाद स्वरूप निःशुल्क बांटा जाता है. मान्यता है कि जो भी भक्त देवी के इस खजाने को अपने तिजोरी में रखता है पूरे साल उसे अन्न-धन की कमी नहीं होती है.
चांदी और अष्टधातु के सिक्के बटेंगे
यही वजह धनतेरस के दिन यहां देवी के दर्शन और खजाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी होती है. श्री अन्नपूर्णा मंदिर प्रबंधन ने इस बार आम सिक्कों के अलावा 30 किलो चांदी के विशेष सिक्के भी तैयार कराए हैं. जिसमें मां अन्नपूर्णा की तस्वीर उकेरी गई है. इसके अलावा अष्टधातु के सिक्के भी इस बार भक्तों में बांटे जाएंगे.
काशी में नहीं सोता कोई भूखा
मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से काशी में कोई भूखा नहीं सोता है. भगवान शंकर ने भी मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी. तब देवी ने उन्हें वरदान दिया था कि उनकी नगरी में कोई भूखा उठ तो सकता है लेकिन भूखा सो नहीं सकता.