ABC NEWS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दिन भगवान राम की मूर्ति मंदिर के अंदर रखी जाएगी। अयोध्या दौरे से पहले मुसलमानों ने प्रधानमंत्री से नई मस्जिद की आधारशिला रखने की अपील की है.
अयोध्या के मुस्लिमों ने पीएम मोदी से अनुरोध किया कि जब वह जनवरी में अयोध्या का दौरा करें तो मस्जिद की आधारशिला भी रखें. इंडियन मुस्लिम लीग के अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल अंसारी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री एक शुभ अवसर पर अयोध्या आ रहे हैं. हम उनसे मस्जिद पर भी काम शुरू करने का अनुरोध करते हैं। यह हमारी हार्दिक इच्छा है.
बाबरी मस्जिद को लेकर संघर्षशील रहे इंडियन मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.नजमुल हसन गनी का कहना है कि धन्नीपुर में सुप्रीम कोर्ट की ओर से मस्जिद निर्माण के लिए दी पांच एकड़ भूमि दी गई है, जिस पर मस्जिद बनना है. अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या आ रहे हैं तो वह अपने साथ आल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना डा.उमेर इलियासी और जामा मस्जिद दिल्ली के इमाम अहमद बुखारी को भी लेकर आएं और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार की ओर से सोहावल के धन्नीपुर गांव में दी गई जमीन पर मस्जिद निर्माण की बुनियाद रखें.
दरअसल, 2019 में अयोध्या भूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले में कहा गया कि 2.77 एकड़ विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा और मुसलमानों को मस्जिद के निर्माण के लिए धन्नीपुर में वैकल्पिक 5 एकड़ जमीन दी जाएगी.
जहां मंदिर निर्माण के लिए ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ का गठन किया गया, वहीं मस्जिद के निर्माण की देखरेख के लिए ‘इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ का गठन किया गया.
हालांकि, मुसलमानों ने अब मांग की है कि इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टियों को बदला जाए. उन्होंने मस्जिद निर्माण की गति पर नाराजगी जताई है. मंदिर में भगवान राम की मूर्ति जनवरी में रखी जानी है, लेकिन मस्जिद की आधारशिला रखी जानी बाकी है.