ABC News: बसपा सुप्रीमो मायावती ने एलान किया है कि बीएसपी लोकसभा चुनाव और इसके पहले तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेंगी. बुधवार को उन्होंने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि वह क्यों दोनों गठबंधनों से अलग हैं. यहां उन्होंने यह भी साफ किया कि वह चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं.
हालांकि, हरियाणा और पंजाब में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी. मायावती ने बुधवार को मीडिया को संबोधित किया और कहा कि विपक्षी दल सत्ता पाने के लिए गठबंधन कर रहे हैं. कांग्रेस पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी ताकतों के साथ गठबंधन कर रही है. उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर होने पर ही कांग्रेस को दलितों, पिछड़ों और गरीबों की याद आती है. जब सत्ता में होते हैं तो न तो भाजपा व न ही कांग्रेस को किसी की परवाह रहती है. भाजपा ने 2014 में हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपये डालने का वादा किया था जो कि पूरा नहीं किया. मायावती ने बताया कि आगामी चुनाव में बसपा अपने सहयोगी गठबंधन को मजबूत करेगी. उन्होंने विपक्षी गठबंधन को एक मजबूर गठबंधन बताया है. मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी भी कहीं पीछे नहीं है. पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर पार्टी की बैठकों का दौर जारी है. हम संगठन को मजबूत करने पर फोकस कर रहे हैं. मायावती ने कहा कि एक तरफ सत्ता पक्ष का एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने के लिए अपनी दलीलें दे रहा है वहीं विपक्ष का गठबंधन इस बार चुनाव में अपनी सरकार बनाने के लिए और सत्ता पक्ष को मात देने के लिए उनकी नीतियों और कार्यशैली का खुलकर विरोध कर रहा है.