ABC News: भारत के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का लाइव प्रसारण किया जा रहा है. देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा के कार्यकाल के आखिरी दिन शुक्रवार 26 अगस्त को 10.30 बजे से उनकी अध्यक्षता वाली पीठ की कार्यवाही का सीधा प्रसारण हो रहा है. निवर्तमान मुख्य न्यायाधीस एन वी रमणा आज रिटायर हो रहे हैं.
इससे पहले शीर्ष अदालत द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया कि सेरेमोनियल बेंच की कार्यवाही का लाइव प्रसारण एनआईसी वेबकास्ट पोर्टल पर किया जाएगा. यह प्रसारण भारत के सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है. इसके अलावा उनकी विदाई पर भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस मौके पर कई जज और वकील उन्हें शीर्ष अदालत से विदा करते हुए भावुक नजर आए. सीनियर एडवोकेट दुष्यंत दवे इस दौरान बेहद भावुक हो गए और आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा कि चीफ जस्टिस एनवी रमना ने अपने काम को पूरी दृढता और इच्छाशक्ति के साथ अंजाम दिया. उन्हें नागरिकों के जज के तौर पर याद किया जाएगा. चीफ जस्टिस के लास्ट वर्किंग डे पर उनके मामलों की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग की गई है. उन्होंने सुबह 10:30 बजे नए चीफ जस्टिस बनने वाले यूयू ललित और जस्टिस हिमा कोहली के साथ बेंच शेयर की और एक मामले की सुनवाई की. एनवी रमना को अदालत के कामकाज में बड़े सुधारों के लिए भी याद किया जाएग.
उन्होंने अपने एक साल 4 महीने के कार्यकाल में जजों की वैकेंसी को भरने का काम किया. उनके दौर में जिला अदालतों और हाई कोर्ट्स में जजों की संख्या में भी इजाफा किया. उन्होंने जज-टू-पॉपुलेश रेश्यो की बात की और कहा कि इसी तरीके से केस लोड को कम किया जा सकता है. मुख्य न्यायाधीश के अपने कार्यकाल के दौरान एनवी रमना ने 225 न्यायिक अफसरों और हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति की सिफारिश की. एनवी रमना के कार्यकाल के दौरान सुप्रीम कोर्ट में 11 जजों की नियुक्ति की गई, जिनमें महिला जज बीवी नागरत्ना भी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि वह 2027 में देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश होंगी. एनवी रमना के कार्यकाल में 15 हाई कोर्ट्स के चीफ जस्टिस भी नियुक्त हुए हैं. एनवी रमना को उनकी मुखरता के लिए भी जाना जाएगा. पिछले दिनों उन्होंने मुकदमों की मीडिया रिपोर्टिंग पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि कई बार संदर्भ से हटकर खबरें दी जाती हैं. यही नहीं उनके एक बयान की काफी चर्चित हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं नेता बनना चाहता था, लेकिन न्यायिक क्षेत्र में आ गया.