ABC NEWS: कानपुर के मोतीझील में हर्षोल्लास के साथ गुरु का प्रकाशोत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ. दशमेश पिता साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज का 357वां प्रकाशोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर लाखों की संख्या में लोगों ने गुरु का अटूट लंगर भी चखा. संगत ने गुरु महाराज के सामने मत्था टेका. भाई कुलदीप सिंह राजा हजूरी रागी गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर चौक ने ” तुम हो सब राजन के राजा, आपे आप गरीब नवाजा ” का गायन किया.
कीर्तन गायन से संगत हुई निहाल
भाई आतमजीत सिंह, भाई सिमरनजीत सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा पांडू नगर, भाई भूपिंदर सिंह गुरदासपुरी ने “सतगुरु प्यारा मेरे नाल है”, “खालसा अकाल पुरख की फौज, प्रगटियो खालसा प्रमातम की मौज”, ” गोबिंद सिंह आयो है, गोबिंद सिंह आयो है ” के कीर्तन के पश्चात पंथ के कीर्तनीय भाई गुरमेल सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर व भाई जसकरन सिंह पटियाला वाले ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया.
रात में सेवा करते रहे लोग
लंगर के लिए 300 बोरी आटा, 40 क्विंटल दाल, 8000 गोभी, 150 बोरी आलू और 40 टिन देसी घी का इस्तेमाल कर लंगर तैयार किया गया है. श्रद्धालु तेज बर्फीली हवाओं और रात की ठिठुरन के बावजूद लंगर की तैयारी में जुटे रहे. इस दौरान वाहे गुरु कहते हुए कोई चाय की सेवा कर रहा था तो कोई जल की सेवा. 45 से अधिक सेंटरों पर प्रशादे (रोटी) तैयार कर मोतीझील लाए जाते रहे.
कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन
लंगर की तैयारी सेवा मंजीत सिंह सागरी के नेतृत्व में की गई. श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार हरविंदर सिंह लार्ड ने बताया कि संगत से अपील की गई है कि अपने स्तर से ही कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करें.
शबद कीर्तन से संगत ने किया निहाल
सतगुरु प्यारा मेरा नाल है.. सुबह के दीवान में भाई कुलदीप सिंह राजा ने तुम हो सब राजन के राजा, आपे आप गरीब नवाजा का गायन किया। भाई आतमजीत सिंह, भाई सिमरनजीत सिंह, भाई जसकरन सिंह के अलावा भाई भूपिंदर सिंह गुरदासपुरी ने खालसा अकाल पुरख की फौज, प्रगटियो खालसा प्रमातम की मौज और गोबिंद सिंह आयो है, गोबिंद सिंह आयो है शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया. यहां प्रमुख रूप से सुखविंदर सिंह भल्ला लाडी, हरमिंदर सिंह लोंगोवाल, मनजीत सलूजा आदि रहे.